जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.... माफिया से सेटिंग न होने पर प्रभारी बदलवाने की चर्चा भी सरगर्म नवागत थाना प्रभारी बोले: सूची देखकर नहीं...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट....
माफिया से सेटिंग न होने पर प्रभारी बदलवाने की चर्चा भी सरगर्म
नवागत थाना प्रभारी बोले: सूची देखकर नहीं हूं चिंतित
लाला परिहार आमोलपठा
*आमोलपठा* शिवपुरी जिले में रेत का वैध/अवैध उत्खनन कहीं भी होता हो, लेकिन उसे भरकर निकलने वाले वाहनों के लिए एक सेंटर प्वाइंट पुलिस थाना है अमोला। लेकिन पिछले कुछ समय से न जाने क्या हुआ है कि पिछले दो साल में यहां 6 थाना प्रभारी बदल गए। इनमें से कुछ को तो एक महीने में ही रवानगी मिल गई। चर्चा है कि रेत माफिया इस थाने पर हावी हैं और जिससे उसकी पटरी नहीं बैठती, उसे जल्दी बदलवा देते हैं। वहीं नवागत थाना प्रभारी का कहना है कि सूची देखकर मैं चिंतित नहीं हूं, क्योंकि मैं दवाब में नौकरी नहीं करता।
कोटा-झांसी फोरलेन पर अमोला थाना ऐसी जगह है, जहां पर करैरा, नरवर, अमोलपठा, पिछोर, खनियांधाना आदि क्षेत्रों से होने वाले सभी रेत वाले वाहन यहां से होकर ही गुजरते हैं। जब भी रेत माफिया के खिलाफ कार्यवाही होती है तो सबसे अधिक वाहन इसी थाना परिसर में रखे जाते हैं। इस थाने की कमान संभालने वालों पर यदि गौर किया जाए तो पिछले दो साल में इस थाने को कोई ऐसा थाना प्रभारी नहीं मिला, जो लंबे समय तक पदस्थ रह पाया हो। चूंकि रेत के अवैध कारोबार में माफिया के साथ सत्ताधारी लोगों की सहभागिता रहती ही है, इसलिए इस थाने में पदस्थ रहे थाना प्रभारियों को इतनी जल्दी बदला गया कि कुछ थाना प्रभारी तो पूरा क्षेत्र भी नहीं घूम पाए और रवानगी मिल गई।
*दो साल में बदले थाना प्रभारियों की सूची*
थाना प्रभारी कब आए कब गए
परमानंद शर्मा 6/5/2017 23/6/2018
गोपाल चौबे 23/6/2018 5/8/2018
अजय सिंह गुर्जर 6/8/2018 28/2/2019
रामराजा तिवारी 28/2/2019 25/3/2019
हुकुम सिंह मीणा 25/3/2019 23/6/2019
कैलाश नारायण शर्मा 24/6/2019 26/9/2019
रिपुदमन सिंह राजावत 26/9/2019
*यह बोले नवागत थाना प्रभारी*
मैं अपना काम पूरी ईमानदारी और निष्ठा से करूंगा और मैंने हमेशा वरिष्ठ अधिकारियों की इच्छा अनुसार उनके मार्गदर्शन में काम किया है और आगे भी करता रहूंगा
और गलत काम करने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा चाहे वह रेत माफिया हो या फिर अपराधी
थाने में टंगी प्रभारियों की सूची देखकर मैं चिंतित नहीं हूं, क्योंकि मेरा मानना है कि दवाब तब आता है, जब हमारे मन में लोभ-लालच होता है। मुझे ईश्वर पर भरोसा है और यह लगता है कि मैं यहां से जल्दी नहीं जाऊंगा, बल्कि लंबे समय तक अपनी सेवाएं दूंगा।
*रिपुदमन सिंह राजावत, थाना प्रभारी अमोला*
माफिया से सेटिंग न होने पर प्रभारी बदलवाने की चर्चा भी सरगर्म
नवागत थाना प्रभारी बोले: सूची देखकर नहीं हूं चिंतित
लाला परिहार आमोलपठा
*आमोलपठा* शिवपुरी जिले में रेत का वैध/अवैध उत्खनन कहीं भी होता हो, लेकिन उसे भरकर निकलने वाले वाहनों के लिए एक सेंटर प्वाइंट पुलिस थाना है अमोला। लेकिन पिछले कुछ समय से न जाने क्या हुआ है कि पिछले दो साल में यहां 6 थाना प्रभारी बदल गए। इनमें से कुछ को तो एक महीने में ही रवानगी मिल गई। चर्चा है कि रेत माफिया इस थाने पर हावी हैं और जिससे उसकी पटरी नहीं बैठती, उसे जल्दी बदलवा देते हैं। वहीं नवागत थाना प्रभारी का कहना है कि सूची देखकर मैं चिंतित नहीं हूं, क्योंकि मैं दवाब में नौकरी नहीं करता।
कोटा-झांसी फोरलेन पर अमोला थाना ऐसी जगह है, जहां पर करैरा, नरवर, अमोलपठा, पिछोर, खनियांधाना आदि क्षेत्रों से होने वाले सभी रेत वाले वाहन यहां से होकर ही गुजरते हैं। जब भी रेत माफिया के खिलाफ कार्यवाही होती है तो सबसे अधिक वाहन इसी थाना परिसर में रखे जाते हैं। इस थाने की कमान संभालने वालों पर यदि गौर किया जाए तो पिछले दो साल में इस थाने को कोई ऐसा थाना प्रभारी नहीं मिला, जो लंबे समय तक पदस्थ रह पाया हो। चूंकि रेत के अवैध कारोबार में माफिया के साथ सत्ताधारी लोगों की सहभागिता रहती ही है, इसलिए इस थाने में पदस्थ रहे थाना प्रभारियों को इतनी जल्दी बदला गया कि कुछ थाना प्रभारी तो पूरा क्षेत्र भी नहीं घूम पाए और रवानगी मिल गई।
*दो साल में बदले थाना प्रभारियों की सूची*
थाना प्रभारी कब आए कब गए
परमानंद शर्मा 6/5/2017 23/6/2018
गोपाल चौबे 23/6/2018 5/8/2018
अजय सिंह गुर्जर 6/8/2018 28/2/2019
रामराजा तिवारी 28/2/2019 25/3/2019
हुकुम सिंह मीणा 25/3/2019 23/6/2019
कैलाश नारायण शर्मा 24/6/2019 26/9/2019
रिपुदमन सिंह राजावत 26/9/2019
*यह बोले नवागत थाना प्रभारी*
मैं अपना काम पूरी ईमानदारी और निष्ठा से करूंगा और मैंने हमेशा वरिष्ठ अधिकारियों की इच्छा अनुसार उनके मार्गदर्शन में काम किया है और आगे भी करता रहूंगा
और गलत काम करने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा चाहे वह रेत माफिया हो या फिर अपराधी
थाने में टंगी प्रभारियों की सूची देखकर मैं चिंतित नहीं हूं, क्योंकि मेरा मानना है कि दवाब तब आता है, जब हमारे मन में लोभ-लालच होता है। मुझे ईश्वर पर भरोसा है और यह लगता है कि मैं यहां से जल्दी नहीं जाऊंगा, बल्कि लंबे समय तक अपनी सेवाएं दूंगा।
*रिपुदमन सिंह राजावत, थाना प्रभारी अमोला*
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