शासकीय राशि के दुरुपयोग और फर्जी भुगतान पर संभागायुक्त ने की त्वरित कार्रवाई शिवपुरी-खनियाधाना विकासखंड के शिक्षा विभाग में सामने आए 81 लाख ...
शासकीय राशि के दुरुपयोग और फर्जी भुगतान पर संभागायुक्त ने की त्वरित कार्रवाई
शिवपुरी-खनियाधाना विकासखंड के शिक्षा विभाग में सामने आए 81 लाख रुपये के वित्तीय घोटाले ने प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। इस मामले में संभागायुक्त मनोज खत्री ने सख्त रुख अपनाते हुए विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) प्रकाश सूर्यवंशी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
कोष एवं लेखा विभाग द्वारा संदिग्ध बैंक खातों की जानकारी मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई। मामले की गहराई से जांच के लिए अनुविभागीय अधिकारी अनुभाग पिछोर की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच समिति गठित की गई थी। जांच में पाया गया कि श्री सूर्यवंशी ने नियमों को दरकिनार करते हुए शासकीय खाते से 81,23,728 की कपटपूर्ण राशि आहरित की।
जांच प्रतिवेदन में यह भी सामने आया कि बीईओ ने आहरण अधिकारी के कर्तव्यों का निर्वहन नहीं किया, अपना लॉगिन-पासवर्ड अनाधिकृत व्यक्तियों को सौंपा और बिना सक्षम स्वीकृति के न केवल व्यक्तिगत यात्रा भत्ते एवं जी.पी.एफ. की राशि निकाली, बल्कि सरकारी खाता भी स्वयं संचालित किया।
प्रकाश सूर्यवंशी द्वारा चेक के माध्यम से फर्जी भुगतान किए गए और ओमकार धुर्वे नामक व्यक्ति के बैंक खाते से राशि भी प्राप्त की गई। यह कृत्य आईटी एक्ट 2000 और मध्यप्रदेश वित्तीय संहिता नियम 25 के स्पष्ट उल्लंघन की श्रेणी में आता है।
इन गंभीर अनियमितताओं को देखते हुए संभागायुक्त ने प्रकाश सूर्यवंशी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय कलेक्टर कार्यालय, शिवपुरी नियत किया गया है। सूत्रों के अनुसार, इस घोटाले में और भी अधिकारियों की भूमिका की जांच की जा रही है, और आने वाले समय में कुछ और बड़े खुलासे संभव हैं।
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