जिद्दी रिपोर्टर अपडेट..... • ग्रामीणों ने पंचायत के जिम्मेदारों पर लगाया आरोप हिम्मतपुर से 2 किलो...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.....
•ग्रामीणों ने पंचायत के जिम्मेदारों पर लगाया आरोप
हिम्मतपुर से 2 किलोमीटर दूर दिनारा थाना क्षेत्र के ग्राम छितीपुर में कोशा भाऊ ठाकरे पंचायत भवन मैं हिंदू धर्म में माता कही जाने बाली गायें को छितीपुर ग्राम पंचायत भवन में सैकड़ों की संख्या में आवारा गाय को कैद कर दिया था एवं जानकारी के अनुसार लगभग 10 से 15 दिन तक गोवंश को ना चारा डाला गया ना पानी पिलाया गया इस कारण उनकी भूख प्यास से तड़प तड़प कर मौत हो गई गोवंश का सिर्फ इतना ही कसूर था कि वह रात में कभी-कभार किसानों की फसल को खा जाते थे लेकिन इन सभी गोवंश की मौत का जिम्मेदार पंचायत के कर्ता-धर्ताओं को माना जा रहा है ग्राम के गणमान्य नागरिको द्वारा क्योंकि सबसे बड़ा सवाल यहां पर यह है कि पंचायत भवन की चाबी गांव के सरपंच सचिव के पास रहती है फिर पंचायत भवन के अंदर बिना सरपंच सचिव के परमिशन के बाद गौवंश को किसने कैद किया एवं जब इस संबंध में पत्रिका संवाददाता ने सरपंच श्रीमती शिमला रामनिवास लोधी एवं सहायक सचिव वेदव्यास से बात की तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि यह गोवंश को ग्रामीणों ने पंचायत भवन का ताला तोड़कर जबरदस्ती गोवंश को कैद किया इसमें हमारी कोई गलती नहीं है लेकिन ग्रामीणों की मानें तो उन्होंने पंचायत के घर कर्ताधर्ता ऊपर पशुओं की मौत के अलावा पंचायत भवन में घरेलू उपयोग जैसी सामग्री रखने का आरोप भी सरपंच एवं सहायक सचिव पर लगाया एवं ग्रामीणों के अनुसार ग्राम पंचायत छितीपुर में जितने भी विकास कार्य हुए हैं वह सब घटिया हुए हैं एवं इन 20 गोवंश की मौत के बाद पंचायत भवन के आसपास रह रहे परिवार एवं पंचायत भवन के पास से निकलने वाले राहगीरों को सांस लेना मुश्किल हो रहा है क्योंकि 20 गोवंश मृत अवस्था में पंचायत भवन के बाहर एवं कुछ अंदर अभी भी डाली है एवं लगभग 20 मृत गोवंश को पंचायत भवन के बाहर बगल में ही उठाकर पंचायत भवन के बाहर बगल में डाल दिया है जिससे पंचायत भवन सहित अन्य इलाके में गंदी बदबू आ रही है एवं लोगों को बीमार होने की आशंका भी बढ़ गई है
इनका कहना है
छितीपुर ग्राम पंचायत पंचायत भवन की आप बोल रहे हैं यह मेरे कार्यकाल का नहीं है फिर भी इस संबंध में कहना चाहूंगा कि इसमें हमारी कोई गलती नहीं है ग्रामीणों ने गेट का ताला तोड़कर गोवंश को अंदर बंद कर दिया बंद करने के बाद उन्हें खाना पीना भी नहीं दिया इस कारण उनकी मौत हो गई इसमें हमारी कुछ गलती नहीं है
श्री वेदव्यास सहायक सचिव ग्राम पंचायत छितीपुर
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ग्रामीणों से मैंने मना कर दिया था कि पंचायत भवन में गोवंश को बंद मत करना एवं मेरे द्वारा नुकसान करने वाले आवारा गोवंश को बांधने के लिए रस्से भी दिए थे एवं उनसे यह कहा गया था कि आप रस्सों से आवारा गोवंश को अपने-अपने घर बांध देना और इन्हें चारा पानी देते रहना लेकिन उन्होंने ऐसा न करते हुए रात में पंचायत भवन का ताला तोडकर कर गोवंश को पंचायत भवन की वॉल बाउंड्री में बंद कर दिया एवं बाद में उन्हें चारा पानी भी नहीं दिया जिससे उनकी भूख प्यास से तड़प तड़प कर मौत हो गई एवं इसमें हमारा कोई कसूर नहीं
श्रीमती शिमला रामनिवास लोधी सरपंच ग्राम पंचायत छितीपुर
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पंचायत भवन में लगभग 20 गोवंश की मौत हो गयी है इन मौतों का जिम्मेदार सरपंच सहायक सचिव एवं सचिव हैं क्योंकि पंचायत भवन की चाबी एवं रखरखाव की जिम्मेदारी सरपंच सचिव एवं सहायक सचिव की होती और 15 दिन तक जब भूखे प्यासे गोवंश तड़पते रहे तो 15 दिन में एकाद दिन तो सरपंच सचिव को आकर पंचायत भवन आकर देखना था की क्या स्थिति है एवं जो घटना घटित हुई इस बारे में सरपंच सचिव एवं सहायक सचिव को सब जानकारी थी लेकिन है अब वह सफाई दे रहे है
महेश झा ग्रामीण छितीपुर
रानू परिहार पत्रकार
•ग्रामीणों ने पंचायत के जिम्मेदारों पर लगाया आरोप
हिम्मतपुर से 2 किलोमीटर दूर दिनारा थाना क्षेत्र के ग्राम छितीपुर में कोशा भाऊ ठाकरे पंचायत भवन मैं हिंदू धर्म में माता कही जाने बाली गायें को छितीपुर ग्राम पंचायत भवन में सैकड़ों की संख्या में आवारा गाय को कैद कर दिया था एवं जानकारी के अनुसार लगभग 10 से 15 दिन तक गोवंश को ना चारा डाला गया ना पानी पिलाया गया इस कारण उनकी भूख प्यास से तड़प तड़प कर मौत हो गई गोवंश का सिर्फ इतना ही कसूर था कि वह रात में कभी-कभार किसानों की फसल को खा जाते थे लेकिन इन सभी गोवंश की मौत का जिम्मेदार पंचायत के कर्ता-धर्ताओं को माना जा रहा है ग्राम के गणमान्य नागरिको द्वारा क्योंकि सबसे बड़ा सवाल यहां पर यह है कि पंचायत भवन की चाबी गांव के सरपंच सचिव के पास रहती है फिर पंचायत भवन के अंदर बिना सरपंच सचिव के परमिशन के बाद गौवंश को किसने कैद किया एवं जब इस संबंध में पत्रिका संवाददाता ने सरपंच श्रीमती शिमला रामनिवास लोधी एवं सहायक सचिव वेदव्यास से बात की तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि यह गोवंश को ग्रामीणों ने पंचायत भवन का ताला तोड़कर जबरदस्ती गोवंश को कैद किया इसमें हमारी कोई गलती नहीं है लेकिन ग्रामीणों की मानें तो उन्होंने पंचायत के घर कर्ताधर्ता ऊपर पशुओं की मौत के अलावा पंचायत भवन में घरेलू उपयोग जैसी सामग्री रखने का आरोप भी सरपंच एवं सहायक सचिव पर लगाया एवं ग्रामीणों के अनुसार ग्राम पंचायत छितीपुर में जितने भी विकास कार्य हुए हैं वह सब घटिया हुए हैं एवं इन 20 गोवंश की मौत के बाद पंचायत भवन के आसपास रह रहे परिवार एवं पंचायत भवन के पास से निकलने वाले राहगीरों को सांस लेना मुश्किल हो रहा है क्योंकि 20 गोवंश मृत अवस्था में पंचायत भवन के बाहर एवं कुछ अंदर अभी भी डाली है एवं लगभग 20 मृत गोवंश को पंचायत भवन के बाहर बगल में ही उठाकर पंचायत भवन के बाहर बगल में डाल दिया है जिससे पंचायत भवन सहित अन्य इलाके में गंदी बदबू आ रही है एवं लोगों को बीमार होने की आशंका भी बढ़ गई है
इनका कहना है
छितीपुर ग्राम पंचायत पंचायत भवन की आप बोल रहे हैं यह मेरे कार्यकाल का नहीं है फिर भी इस संबंध में कहना चाहूंगा कि इसमें हमारी कोई गलती नहीं है ग्रामीणों ने गेट का ताला तोड़कर गोवंश को अंदर बंद कर दिया बंद करने के बाद उन्हें खाना पीना भी नहीं दिया इस कारण उनकी मौत हो गई इसमें हमारी कुछ गलती नहीं है
श्री वेदव्यास सहायक सचिव ग्राम पंचायत छितीपुर
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ग्रामीणों से मैंने मना कर दिया था कि पंचायत भवन में गोवंश को बंद मत करना एवं मेरे द्वारा नुकसान करने वाले आवारा गोवंश को बांधने के लिए रस्से भी दिए थे एवं उनसे यह कहा गया था कि आप रस्सों से आवारा गोवंश को अपने-अपने घर बांध देना और इन्हें चारा पानी देते रहना लेकिन उन्होंने ऐसा न करते हुए रात में पंचायत भवन का ताला तोडकर कर गोवंश को पंचायत भवन की वॉल बाउंड्री में बंद कर दिया एवं बाद में उन्हें चारा पानी भी नहीं दिया जिससे उनकी भूख प्यास से तड़प तड़प कर मौत हो गई एवं इसमें हमारा कोई कसूर नहीं
श्रीमती शिमला रामनिवास लोधी सरपंच ग्राम पंचायत छितीपुर
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पंचायत भवन में लगभग 20 गोवंश की मौत हो गयी है इन मौतों का जिम्मेदार सरपंच सहायक सचिव एवं सचिव हैं क्योंकि पंचायत भवन की चाबी एवं रखरखाव की जिम्मेदारी सरपंच सचिव एवं सहायक सचिव की होती और 15 दिन तक जब भूखे प्यासे गोवंश तड़पते रहे तो 15 दिन में एकाद दिन तो सरपंच सचिव को आकर पंचायत भवन आकर देखना था की क्या स्थिति है एवं जो घटना घटित हुई इस बारे में सरपंच सचिव एवं सहायक सचिव को सब जानकारी थी लेकिन है अब वह सफाई दे रहे है
महेश झा ग्रामीण छितीपुर
रानू परिहार पत्रकार
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