जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.... मध्य प्रदेश में कांग्रेस की आंतरिक कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। वचन पत्र और सड़क पर उतरने के बयान से गरम...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट....
लोकसभा चुनाव हार गए तो उनके समर्थकों में निराशा का भाव आ गया था। इससे सिंधिया समर्थकों ने संगठन और सरकार के खिलाफ बयानबाजी-पोस्टरबाजी शुरू कर दी है। ग्वालियर की एक महिला नेता रचि ठाकुर ने सिंधिया को खुले रूप से सोशल मीडिया पर दूसरी पार्टी बनाने की सलाह दे डाली। सिंधिया के पिता स्व. माधवराव सिंधिया द्वारा उगता सूरज चुनाव चिन्ह पर जिस पार्टी से चुनाव लड़ा था, उसे पुनर्जीवित करने की सलाह दे दी।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की आंतरिक कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। वचन पत्र और सड़क पर उतरने के बयान से गरमाई सियासत में पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक नेताओं के बयान और पोस्टरबाजी ने फिर कांग्रेस के हालात बिगाड़ दिए हैं। एक समर्थक ने जिस तरह उन्हें कांग्रेस छोड़कर नई पार्टी बनाने की सलाह दी थी, उससे एक कदम आगे बढ़कर दूसरे समर्थक ने मुख्यमंत्री कमलनाथ पर कटाक्ष किया कि एक व्यक्ति एक पद का फार्मूला क्यों याद नहीं आ रहा?
प्रदेश कांग्रेस में तीन ही कद्दावर नेता हैं कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और सिंधिया। कमलनाथ मुख्यमंत्री हैं तो दिग्विजय पर्दे के पीछे से सरकार में भागीदारी निभा रहे हैं पर सिंधिया के हाथ कुछ नहीं लगा।
सिंधिया को लेकर सरकार से ही सवाल पूछ लिए
शिवपुरी के एक सिंधिया समर्थक शैलेंद्र टेडिया ने शहर में बड़ा पोस्टर लगा दिया। इसमें कमलनाथ-सिंधिया की राहुल गांधी के साथ की एक तस्वीर छापी गई है। इसमें नाम लिए बिना मुख्यमंत्री से सवाल किया है कि इस तस्वीर की मर्यादा भूल गए हैं। साथ ही एक बड़ी बात यह लिखी कि मध्य प्रदेश सरकार एक व्यक्ति एक पद का फार्मूला याद क्यों नहीं कर रही।
नई पार्टी की सलाह पर सिंधिया की फटकार
सिंधिया के नजदीकी सूत्रों का कहना है कि सोशल मीडिया पर नई पार्टी बनाने की सलाह देने वाले समर्थक को सिंधिया ने जमकर फटकार लगाई है। संगठन से भी इस पर कार्रवाई करने की सलाह दी है। सूत्र बताते हैं कि रचि ठाकुर के खिलाफ कांग्रेस द्वारा सख्त कार्रवाई की जा सकती है। इसी तरह पोस्टर लगाने वाले शिवपुरी के समर्थक को सिंधिया ने फटकारा तो उन्होंने पोस्टर को हटा लिया है। सिंधिया से जुड़े लोगों ने कहा कि सिंधिया ने सभी को संदेश दिया है कि उनकी रग-रग में कांग्रेस है और वे कांग्रेस पार्टी नहीं छोड़ेंगे।
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