जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.... उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित 11वें डिफेंस एक्सपो का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उद्घाट...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट....
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित 11वें डिफेंस एक्सपो का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उद्घाटन किया। यहां पर उन्होंने अत्याधुनिक हथियारों का मुआयना किया और उनकी बारिकियों को जाना। इस दौरान प्रधानमंत्री ने डिफेंस एक्सपो में लगाए गए एक वर्चुअल शूटिंग रेंज में फायरिंग की और एक के बाद एक कई निशाने भी लगाए।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो जारी किया जिसमें प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और अन्य लोग डिफेंस एक्सपो का मुआयना करते नजर आ रहे हैं। इसी दौरान प्रधानमंत्री एक वर्चुअल शूटिंग रेंज पर पहुंचते हैं। वे यहां मौजूद अधिकारियों से उसकी बारियों के बारे में समझते हैं और कुछ देर बाद खुद ही वर्चुअल राइफल से निशाना लगाते हैं।
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि प्रधानमंत्री मोदी वर्चुअल शूटिंग रेंज में एक के बाद एक कई निशाने लगा रहे हैं।
इससे पहले 11वें डिफेंस एक्सपो के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जैसे बड़े आकार का देश रक्षा उपकरणों के लिए पूरी तरह से आयात पर निर्भर नहीं रह सकता है। उन्होंने बताया कि कैसे इस निर्भरता को कम करने के लिए ''मेक इन इंडिया, फॉर इंडिया फॉर वर्ल्ड (भारत में बनाओ, भारत के लिए, दुनिया के लिए) के तहत पिछले पांच साल में देश में जारी रक्षा लाइसेंसों की संख्या 210 से बढ़कर 460 हो गई है।
उन्होंने रक्षा उपकरणों सहित अन्य रक्षा उत्पादों के निर्यात पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि 2014 में भारत का रक्षा उपकरणों का निर्यात करीब 2,000 करोड़ रुपये का था जो पिछले दो साल में बढ़कर 17,000 करोड़ रुपये हो गया है। उन्होंने कहा, ''हमारा लक्ष्य अगले पांच साल में रक्षा निर्यात को बढ़ाकर 35,000 करोड़ रुपये करने का है।
रक्षा क्षेत्र में भारत के सबसे बड़े आयातक देश बनने के लिए पिछले दशकों की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस वक्त भारत आर्टिलरी, बंदूकों, तोपों, विमान वाहक पनडुब्बियों, हल्के लड़ाकू विमानों और लड़ाकू हेलीकॉप्टरों का निर्माण कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी रक्षा तैयारी किसी देश को लक्ष्य बनाकर नहीं है क्योंकि भारत विश्व शांति में भरोसेमंद भागीदार रहा है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम ना सिर्फ अपने देश की बल्कि पड़ोसी देशों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करें।
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