जिद्दी रिपोर्टर अपडेट...... भोपाल। मध्यप्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं के जो पेपर शेष रह गए है, इस साल उनकी परीक्षा नहीं होंगी...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट......
भोपाल। मध्यप्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं के जो पेपर शेष रह गए है, इस साल उनकी परीक्षा नहीं होंगी। कक्षा 10 के जो पेपर हो गए, उनके अंक के आधार पर रिजल्ट तैयार होगा। जो पेपर नहीं हुए हैं, उनके आगे अब पास लिखा जाएगा। 12वीं के जो पेपर रह गए हैं, उनकी परीक्षा 8 से 16 जून के बीच होगी। यह घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की है।
जो स्कूल पूरी फीस ले चुके हैं उन्हें, अगली किस्तो में समायोजित करें
सीएम ने यह भी कहा- 25 मार्च से लॉकडाउन शुरू होने से लॉकडाउन खत्म होने तक कोई भी निजी विद्यालय विद्यार्थियों से केवल ट्यूशन फीस ले सकेगा, इसके अतिरिक्त कोई भी अन्य फीस नहीं ली जाएगी। जो स्कूल पहली किस्त में अभिभावकों से पूरी फीस ले चुके हैं उसे अगली किस्तों में समायोजित कर कम किया जाएगा।
10वीं और 12वीं में 20 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी
एमपी बोर्ड में दसवीं और बारहवीं में 20 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। बोर्ड एग्जाम में 3542 सेंटर बनाए गए थे। अब सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षा कराने पर परीक्षा केंद्रों की संख्या दो गुनी करनी होगी. भिंड, मुरैना, श्योपुर, रीवा सहित 9से 10जिलों में विशेष सतर्कता रखनी पड़ेगी।
10वी-12वी में इन मुख्य विषयों की होनी है परीक्षा
10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 02 और 03 मार्च से शुरू हुई थी। 19 मार्च तक पेपर हो सके थे। 21 मार्च से लॉकडाउन के बाद से जो पेपर स्थगित हैं उनकी परीक्षा होनी है।
इनमें बायोलॉजी, हायर मैथमेटिक्स, केमिस्ट्री, अर्थशास्त्र भूगोल, राजनीति, शास्त्र, बुक कीपिंग एवं अकाउंटेंसी, व्यवसायिक अर्थशास्त्र (यानी बिजनेस इकोनॉमिक्स) क्रॉप प्रोडक्शन एंड हॉर्टिकल्चर एनिमल हसबेंडरी मिल्क एंड पोल्ट्री फार्मिंग एंड फिशरीज, भारतीय कला का इतिहास, स्टिल लाइफ एंड डिजाइन, शरीर रचना क्रिया विज्ञान एवं स्वास्थ्य, विज्ञान के तत्व और वोकेशनल कोर्सेज के प्रथम द्वितीय और तृतीय प्रश्न पत्र।
10वीं में हिंदी,अंग्रेजी संस्कृत,उर्दू, द्वितीय एवं तृतीय भाषा हिंदी, वहीं मूक बधिर और दिव्यांग छात्रों के लिए भी 10वीं और 12वीं में इन्हीं विषयों की परीक्षा होनी है।
भोपाल। मध्यप्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं के जो पेपर शेष रह गए है, इस साल उनकी परीक्षा नहीं होंगी। कक्षा 10 के जो पेपर हो गए, उनके अंक के आधार पर रिजल्ट तैयार होगा। जो पेपर नहीं हुए हैं, उनके आगे अब पास लिखा जाएगा। 12वीं के जो पेपर रह गए हैं, उनकी परीक्षा 8 से 16 जून के बीच होगी। यह घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की है।
जो स्कूल पूरी फीस ले चुके हैं उन्हें, अगली किस्तो में समायोजित करें
सीएम ने यह भी कहा- 25 मार्च से लॉकडाउन शुरू होने से लॉकडाउन खत्म होने तक कोई भी निजी विद्यालय विद्यार्थियों से केवल ट्यूशन फीस ले सकेगा, इसके अतिरिक्त कोई भी अन्य फीस नहीं ली जाएगी। जो स्कूल पहली किस्त में अभिभावकों से पूरी फीस ले चुके हैं उसे अगली किस्तों में समायोजित कर कम किया जाएगा।
10वीं और 12वीं में 20 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी
एमपी बोर्ड में दसवीं और बारहवीं में 20 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। बोर्ड एग्जाम में 3542 सेंटर बनाए गए थे। अब सोशल डिस्टेंसिंग के साथ परीक्षा कराने पर परीक्षा केंद्रों की संख्या दो गुनी करनी होगी. भिंड, मुरैना, श्योपुर, रीवा सहित 9से 10जिलों में विशेष सतर्कता रखनी पड़ेगी।
10वी-12वी में इन मुख्य विषयों की होनी है परीक्षा
10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 02 और 03 मार्च से शुरू हुई थी। 19 मार्च तक पेपर हो सके थे। 21 मार्च से लॉकडाउन के बाद से जो पेपर स्थगित हैं उनकी परीक्षा होनी है।
इनमें बायोलॉजी, हायर मैथमेटिक्स, केमिस्ट्री, अर्थशास्त्र भूगोल, राजनीति, शास्त्र, बुक कीपिंग एवं अकाउंटेंसी, व्यवसायिक अर्थशास्त्र (यानी बिजनेस इकोनॉमिक्स) क्रॉप प्रोडक्शन एंड हॉर्टिकल्चर एनिमल हसबेंडरी मिल्क एंड पोल्ट्री फार्मिंग एंड फिशरीज, भारतीय कला का इतिहास, स्टिल लाइफ एंड डिजाइन, शरीर रचना क्रिया विज्ञान एवं स्वास्थ्य, विज्ञान के तत्व और वोकेशनल कोर्सेज के प्रथम द्वितीय और तृतीय प्रश्न पत्र।
10वीं में हिंदी,अंग्रेजी संस्कृत,उर्दू, द्वितीय एवं तृतीय भाषा हिंदी, वहीं मूक बधिर और दिव्यांग छात्रों के लिए भी 10वीं और 12वीं में इन्हीं विषयों की परीक्षा होनी है।
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