जिद्दी रिपोर्टर अपडेट..... भोपाल दक्षिण-पश्चिम मानसून लगातार आगे बढ़ रहा है। गुरुवार को मानसून ने छत्तीसगढ़ दक्षिण में स्थित जगदलपुर म...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.....
भोपाल
दक्षिण-पश्चिम मानसून लगातार आगे बढ़ रहा है। गुरुवार को मानसून ने छत्तीसगढ़ दक्षिण में स्थित जगदलपुर में अपनी आमद दर्ज करा दी है। उधर, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में भी मानसूनी हलचल तेज हो गई है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक 14 से 18 जून के मध्य मानसून मप्र में दस्तक दे सकता है। हालांकि आज राज्य के अनेक जिलों में भी बारिश हुई। इंदौर में शाम के बाद बारिश का दौर आरंभ हुआ।
उधर, गुरुवार को मंडला में 18, होशंगाबाद में 8, उमरिया में 2 मिमी. बरसात हुई। भोपाल में बूंदाबांदी हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मानसून गुरुवार को दक्षिण अरब सागर, संपूर्ण गोवा कोंकण के कुछ हिस्से, मध्य महाराष्ट्र, कर्नाटक के बचे शेष हिस्से, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और दक्षिण छत्तीसगढ़ के जगदलपुर तक पहुंच चुका है।
अजय शुक्ला के मुताबिक मानसून लगातार आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही चार अलग-अलग स्थानों पर बने वेदर सिस्टम के कारण शुक्रवार से बरसात की गतिविधियां तेज होंगी। शनिवार को जबलपुर, भोपाल, होशंगाबाद, उज्जैन, इंदौर संभाग के जिलों में तेज बौछारें पड़ने का सिलसिला शुरू हो सकता है।
ये हैं चार सिस्टम
अजय शुक्ला के मुताबिक एक कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी और उत्तरी आंध्र तट एवं उड़ीस तट के आसपास बना हुआ है। इसके पश्चिमी, उत्तर पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ने की संभावना है। दक्षिणी गुजरात एवं उसके आसपास एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। दक्षिणी छत्तीसगढ़ पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना है। इसके अतिरिक्त एक द्रोणिका उत्तरी राजस्थान से बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र तक जा रही है। यह उत्तरी मप्र से होकर गुजर रही है।
भोपाल
दक्षिण-पश्चिम मानसून लगातार आगे बढ़ रहा है। गुरुवार को मानसून ने छत्तीसगढ़ दक्षिण में स्थित जगदलपुर में अपनी आमद दर्ज करा दी है। उधर, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में भी मानसूनी हलचल तेज हो गई है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक 14 से 18 जून के मध्य मानसून मप्र में दस्तक दे सकता है। हालांकि आज राज्य के अनेक जिलों में भी बारिश हुई। इंदौर में शाम के बाद बारिश का दौर आरंभ हुआ।
उधर, गुरुवार को मंडला में 18, होशंगाबाद में 8, उमरिया में 2 मिमी. बरसात हुई। भोपाल में बूंदाबांदी हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मानसून गुरुवार को दक्षिण अरब सागर, संपूर्ण गोवा कोंकण के कुछ हिस्से, मध्य महाराष्ट्र, कर्नाटक के बचे शेष हिस्से, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और दक्षिण छत्तीसगढ़ के जगदलपुर तक पहुंच चुका है।
अजय शुक्ला के मुताबिक मानसून लगातार आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही चार अलग-अलग स्थानों पर बने वेदर सिस्टम के कारण शुक्रवार से बरसात की गतिविधियां तेज होंगी। शनिवार को जबलपुर, भोपाल, होशंगाबाद, उज्जैन, इंदौर संभाग के जिलों में तेज बौछारें पड़ने का सिलसिला शुरू हो सकता है।
ये हैं चार सिस्टम
अजय शुक्ला के मुताबिक एक कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी और उत्तरी आंध्र तट एवं उड़ीस तट के आसपास बना हुआ है। इसके पश्चिमी, उत्तर पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ने की संभावना है। दक्षिणी गुजरात एवं उसके आसपास एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। दक्षिणी छत्तीसगढ़ पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना है। इसके अतिरिक्त एक द्रोणिका उत्तरी राजस्थान से बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र तक जा रही है। यह उत्तरी मप्र से होकर गुजर रही है।
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