जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.... •किसानों के सहयोग से तय सीमा में पूर्ण होगा प्रोजेक्ट •किसानों ने कहा - किसी के बहकाने से ना रुके कार्य, जल...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट....
•किसानों के सहयोग से तय सीमा में पूर्ण होगा प्रोजेक्ट
•किसानों ने कहा - किसी के बहकाने से ना रुके कार्य, जल्द पूर्ण हो
शिवपुरी- क्षेत्र को हरा भरा सिंचित करने के उद्देश्य से आई उर नदी नहर परियोजना का कार्य पिछोर क्षेत्र में तीव्र गति से जारी है। गौरतलब है कि शिवपुरी और दतिया जिले के लिए वरदान बनकर आयी इस योजना का कार्य क्षेत्र के आपसी मनमुटाव के चलते कुछ राजनेताओं को रास नहीं आ रहा है उन्होंने इसे लेकर षडयंत्र भी शुरू कर दिए है। जिससे इसका कार्य खटाई में पड़ जाए। जिसके तहत किसानों को भड़काने से लेकर विभिन्न माध्यमों से दुष्प्रचार करने की कोशिश भी की जा रही है। जिसे लेकर जो जानकारी प्राप्त की गई तो उस अनुसार कार्य पूर्ववत जारी है तथा क्षेत्रीय किसान इस योजना को लेकर उत्साहित है तथा उनका सहयोग भी कार्यरत कंपनी,प्रशासन एवं कर्मचारियों को मिल रहा है। किसानों ने बताया हम उर नदी प्रोजेक्ट के सहयोग में है क्योंकि यह प्रोजेक्ट हमारे लिए है।
क्षेत्र के किसानों ने कहा कि हम सभी को पता है कि हमारा कितना हिस्सा नहर में आया है जिसका हमे मुआवजा भी मिल चुका है। वहीं कुछ स्थानों के किसान… ने बताया है कि हमारे खेत की नापतौल हो चुकी है जिसका हमे शीघ्र मुआवजा मिलने वाला है। ग्राम जराय के किसानों ने बताया कि काम को न रोका जाए इसका हम वर्षों से इंतजार कर रहे थे हमे किसी से कोई मतलब नहीं है बस जल्दी काम निपट कर गांव की नहर में पानी आ सके इसका इंतजार कर रहे है।
उल्लेखनीय है कि यह प्रोजेक्ट लगभग 2200 करोड़ का है जिससे यह क्षेत्र सिंचित होकर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ने वाला है जिसे लेकर कुछ राजनेताओं के पेट में मरोड़ उठ रही है और वह वेबजह इसमें अडंगा डालने की कोशिश कर रहे है। लेकिन इन सब से अलग वह किसान जिसकी जमीन नहर में जा रही है। वह जल संसाधन विभाग एवं प्रशासन से हर बात की खबर से संपर्क में होते हुए मिले हुए मुआवजा एवं स्वतत्वो से संतुष्ट है स्थानीय मीडिया द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने पूर्ण सहमति व्यक्त करते हुए किसी भी प्रकार के असंतोष से असहमति जताई।
*किसानों की सुने*
इस संदर्भ में जब हमारी टीम ग्राम जराय में पहुंची तो उन्होंने बताया कि हमारे यहां से उर नदी प्रोजेक्ट के विरोध की बात फैलाई जा रही है। जो गलत है किसी भी प्रकार से काम न रोका जाए उन्होंने कहा कि आप लोग बड़े बड़े आदमी लड़ो हमाए इते तो काम होने दो उन्होंने कहा कि न हमारे यहां से कोई किसान जेसीबी के आगे आया न हमने विरोध किया है यह तो आप लोग जाने आपके ही सब आदमी होते है हमारे खेतों को तो पानी मिलने दो इसमें किसीने विरोध किया तो हम सब मिलकर उसका विरोध जरूर करेंगे।
किसानों ने कहा
क्या कहते है प्रशासनिक सूत्र
इस प्रोजेक्ट में प्रशासनिक मशीनरी प्रारंभ से ही संभल कर कार्य कर रही है। तथा नियमों का पालन पूर्ण रूपेण किया गया है। जिसके तहत धारा 11 के तहत प्रारंभिक अधिसूचना जारी की गई है किसानों को आपत्ति के लिए समय दिया गया जिसकी जमीन ली गई उसे उसकी व्यक्तिगत व सार्वजनिक सूचना दी गई।
फिर धारा 15 के तहत किसानों का सर्वे नंबर व क्षेत्र लेकर उसे सूचना दी गई व एसडीएम ऑफिस में उसे आपत्ति लगाने का भी समय दिया गया धारा 19 के तहत दावे आपत्ति की सुनवाई कर धारा 21 में अवार्ड किया गया व किसानों के अकाउंट नंबर में किसानों की मुआवजा राशि डाली गई और 31 ग्रमो में 22 ग्रामों में भू अर्जन की प्रतिक्रिया पूर्ण कर 6.5 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। एवं शेष किसानों के भुगतान हेतु 7.00 करोड़ रुपए की सूची कलेक्ट्रेट कार्यालय में जमा है। शेष 9 ग्रामों की भू अर्जन की प्रिक्रिया प्रिक्रिया धीन है।
आखिर क्या है उर नदी प्रोजेक्ट
2200 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट में शिवपुरी जिले के पिछोर एवं दतिया जिले तक लगभग 68 किलोमीटर तक का निर्माण होना है इस प्रोजेक्ट का कार्य प्रतिष्ठित कंपनी मंटेना मेक्स द्वारा किया जा रहा है। जिसके सेंकड़ों कर्मचारी अपने अधिकारियों के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट को पूर्ण करने में लगे हुए है जिससे यह अपने टारगेट समय 2022-23 में पूर्ण हो सके प्राप्त जानकारी के अनुसार 2208.03 करोड़ की इस परियोजना में 1650.00 करोड़ नहर कार्य के लिए 350.00 करोड़ डैम कार्य के लिए एवं शेष राशि भू अर्जन डैम एवं नहर के लिए है
क्या कहा जिम्मेदारों ने
किसानों को तय सीमा में लाभ मिले - पूर्व मंत्री लक्ष्मीनारायण गुप्ता
मध्यप्रदेश के भूतपूर्व राजस्व मंत्री लक्ष्मीनारायण गुप्ता ने कहा कि वह अपने जीवन में इस क्षेत्र को उर नदी प्रोजेक्ट से हरा भरा देखना चाहते है उन्होंने कहा किसी को भी इसका विरोध नहीं करना चाहिए इसका काम जल्दी और अच्छा हो जिससे किसानों को लाभ मिल सके।
आप तय करे विकास के साथ या भड़काने वालों के साथ - केपी सिंह
पिछोर विधायक केपी सिंह ने कहा कुछ लोग विकास को नहीं देखना चाहते नहर का लाभ किसानों को ही मिलेगा। कुछ लोग किसानों को भड़का कर काम में रुकावट करना चाहते है, यह ग़लत है।
प्रोजेक्ट कार्य जारी है - श्री निवास मैनेजर मंटेना
उर नदी प्रोजेक्ट का कार्य हमारी कंपनी कर रही है मुआवजा सहित अन्य कार्य शासन के विभागों द्वारा किए जा रहे कार्य लगातार जारी है किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं है किसानों का सहयोग मिल रहा है और जो पूर्व में कुछ खबरे प्रकाशित हुई है पूर्णता गलत है किसानों को जबरदस्ती लिटाकर फोटो खीची गई है यह कहना है असापू श्रीनिवास मैनेजर मंटेना कंस्ट्रक्सन प्रा. लि. हैदराबाद का जिनके निर्देशन में कार्य चल रहा है।
किसानों को मुआवजा मिल गया है - कोली चीफ इंीनियर जल संसाधन विभाग
इस संदर्भ में चर्चा करने पर एनपी कोली चीफ इंजीनियर जल संसाधन विभाग ने बताया कि कार्य अपनी गति पर है कहीं कोई रुकावट नहीं है गजट नोटिफिकेशन सहित सारी प्रक्रिया पूर्ण की गई है किसानों को मुआवजा भी मिल चुका है किसानों को बताकर उनकी सहमति विश्वास के बाद ही कार्य किया जा रहा है। कार्य अपनी समय सीमा में पूर्ण हो जाएगा।
•किसानों के सहयोग से तय सीमा में पूर्ण होगा प्रोजेक्ट
•किसानों ने कहा - किसी के बहकाने से ना रुके कार्य, जल्द पूर्ण हो
शिवपुरी- क्षेत्र को हरा भरा सिंचित करने के उद्देश्य से आई उर नदी नहर परियोजना का कार्य पिछोर क्षेत्र में तीव्र गति से जारी है। गौरतलब है कि शिवपुरी और दतिया जिले के लिए वरदान बनकर आयी इस योजना का कार्य क्षेत्र के आपसी मनमुटाव के चलते कुछ राजनेताओं को रास नहीं आ रहा है उन्होंने इसे लेकर षडयंत्र भी शुरू कर दिए है। जिससे इसका कार्य खटाई में पड़ जाए। जिसके तहत किसानों को भड़काने से लेकर विभिन्न माध्यमों से दुष्प्रचार करने की कोशिश भी की जा रही है। जिसे लेकर जो जानकारी प्राप्त की गई तो उस अनुसार कार्य पूर्ववत जारी है तथा क्षेत्रीय किसान इस योजना को लेकर उत्साहित है तथा उनका सहयोग भी कार्यरत कंपनी,प्रशासन एवं कर्मचारियों को मिल रहा है। किसानों ने बताया हम उर नदी प्रोजेक्ट के सहयोग में है क्योंकि यह प्रोजेक्ट हमारे लिए है।
क्षेत्र के किसानों ने कहा कि हम सभी को पता है कि हमारा कितना हिस्सा नहर में आया है जिसका हमे मुआवजा भी मिल चुका है। वहीं कुछ स्थानों के किसान… ने बताया है कि हमारे खेत की नापतौल हो चुकी है जिसका हमे शीघ्र मुआवजा मिलने वाला है। ग्राम जराय के किसानों ने बताया कि काम को न रोका जाए इसका हम वर्षों से इंतजार कर रहे थे हमे किसी से कोई मतलब नहीं है बस जल्दी काम निपट कर गांव की नहर में पानी आ सके इसका इंतजार कर रहे है।
उल्लेखनीय है कि यह प्रोजेक्ट लगभग 2200 करोड़ का है जिससे यह क्षेत्र सिंचित होकर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ने वाला है जिसे लेकर कुछ राजनेताओं के पेट में मरोड़ उठ रही है और वह वेबजह इसमें अडंगा डालने की कोशिश कर रहे है। लेकिन इन सब से अलग वह किसान जिसकी जमीन नहर में जा रही है। वह जल संसाधन विभाग एवं प्रशासन से हर बात की खबर से संपर्क में होते हुए मिले हुए मुआवजा एवं स्वतत्वो से संतुष्ट है स्थानीय मीडिया द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने पूर्ण सहमति व्यक्त करते हुए किसी भी प्रकार के असंतोष से असहमति जताई।
*किसानों की सुने*
इस संदर्भ में जब हमारी टीम ग्राम जराय में पहुंची तो उन्होंने बताया कि हमारे यहां से उर नदी प्रोजेक्ट के विरोध की बात फैलाई जा रही है। जो गलत है किसी भी प्रकार से काम न रोका जाए उन्होंने कहा कि आप लोग बड़े बड़े आदमी लड़ो हमाए इते तो काम होने दो उन्होंने कहा कि न हमारे यहां से कोई किसान जेसीबी के आगे आया न हमने विरोध किया है यह तो आप लोग जाने आपके ही सब आदमी होते है हमारे खेतों को तो पानी मिलने दो इसमें किसीने विरोध किया तो हम सब मिलकर उसका विरोध जरूर करेंगे।
किसानों ने कहा
हम सबको पता है कि कितना हिस्सा नहर में आया है। जिसका मुआवजा भी मिल चुका है। किसानों के हित के लिए यह काम हो रहा है। व काम को रोका ना जाए। लक्ष्मण यादव (कृषक)
हमे कुछ लेना देना नहीं है यह काम जल्दी से पूरा हो जाए हमारे खेतों की भी नापतौल हो चुकी है जिसका मुआवजा मिलेगा हमे कोई विरोध नहीं है हमें तो पानी मिल जाए अंकेश प्रजापति (किसान)
इस प्रोजेक्ट में प्रशासनिक मशीनरी प्रारंभ से ही संभल कर कार्य कर रही है। तथा नियमों का पालन पूर्ण रूपेण किया गया है। जिसके तहत धारा 11 के तहत प्रारंभिक अधिसूचना जारी की गई है किसानों को आपत्ति के लिए समय दिया गया जिसकी जमीन ली गई उसे उसकी व्यक्तिगत व सार्वजनिक सूचना दी गई।
फिर धारा 15 के तहत किसानों का सर्वे नंबर व क्षेत्र लेकर उसे सूचना दी गई व एसडीएम ऑफिस में उसे आपत्ति लगाने का भी समय दिया गया धारा 19 के तहत दावे आपत्ति की सुनवाई कर धारा 21 में अवार्ड किया गया व किसानों के अकाउंट नंबर में किसानों की मुआवजा राशि डाली गई और 31 ग्रमो में 22 ग्रामों में भू अर्जन की प्रतिक्रिया पूर्ण कर 6.5 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। एवं शेष किसानों के भुगतान हेतु 7.00 करोड़ रुपए की सूची कलेक्ट्रेट कार्यालय में जमा है। शेष 9 ग्रामों की भू अर्जन की प्रिक्रिया प्रिक्रिया धीन है।
आखिर क्या है उर नदी प्रोजेक्ट
2200 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट में शिवपुरी जिले के पिछोर एवं दतिया जिले तक लगभग 68 किलोमीटर तक का निर्माण होना है इस प्रोजेक्ट का कार्य प्रतिष्ठित कंपनी मंटेना मेक्स द्वारा किया जा रहा है। जिसके सेंकड़ों कर्मचारी अपने अधिकारियों के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट को पूर्ण करने में लगे हुए है जिससे यह अपने टारगेट समय 2022-23 में पूर्ण हो सके प्राप्त जानकारी के अनुसार 2208.03 करोड़ की इस परियोजना में 1650.00 करोड़ नहर कार्य के लिए 350.00 करोड़ डैम कार्य के लिए एवं शेष राशि भू अर्जन डैम एवं नहर के लिए है
क्या कहा जिम्मेदारों ने
किसानों को तय सीमा में लाभ मिले - पूर्व मंत्री लक्ष्मीनारायण गुप्ता
मध्यप्रदेश के भूतपूर्व राजस्व मंत्री लक्ष्मीनारायण गुप्ता ने कहा कि वह अपने जीवन में इस क्षेत्र को उर नदी प्रोजेक्ट से हरा भरा देखना चाहते है उन्होंने कहा किसी को भी इसका विरोध नहीं करना चाहिए इसका काम जल्दी और अच्छा हो जिससे किसानों को लाभ मिल सके।
आप तय करे विकास के साथ या भड़काने वालों के साथ - केपी सिंह
पिछोर विधायक केपी सिंह ने कहा कुछ लोग विकास को नहीं देखना चाहते नहर का लाभ किसानों को ही मिलेगा। कुछ लोग किसानों को भड़का कर काम में रुकावट करना चाहते है, यह ग़लत है।
प्रोजेक्ट कार्य जारी है - श्री निवास मैनेजर मंटेना
उर नदी प्रोजेक्ट का कार्य हमारी कंपनी कर रही है मुआवजा सहित अन्य कार्य शासन के विभागों द्वारा किए जा रहे कार्य लगातार जारी है किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं है किसानों का सहयोग मिल रहा है और जो पूर्व में कुछ खबरे प्रकाशित हुई है पूर्णता गलत है किसानों को जबरदस्ती लिटाकर फोटो खीची गई है यह कहना है असापू श्रीनिवास मैनेजर मंटेना कंस्ट्रक्सन प्रा. लि. हैदराबाद का जिनके निर्देशन में कार्य चल रहा है।
किसानों को मुआवजा मिल गया है - कोली चीफ इंीनियर जल संसाधन विभाग
इस संदर्भ में चर्चा करने पर एनपी कोली चीफ इंजीनियर जल संसाधन विभाग ने बताया कि कार्य अपनी गति पर है कहीं कोई रुकावट नहीं है गजट नोटिफिकेशन सहित सारी प्रक्रिया पूर्ण की गई है किसानों को मुआवजा भी मिल चुका है किसानों को बताकर उनकी सहमति विश्वास के बाद ही कार्य किया जा रहा है। कार्य अपनी समय सीमा में पूर्ण हो जाएगा।



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