जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.….. भोपाल। मध्यप्रदेश के गुना जिले में अतिक्रमण की जमीन पर खेती करने वाले एक दलित परिवार के साथ दो दिन पहले पुलि...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.…..
भोपाल। मध्यप्रदेश के गुना जिले में अतिक्रमण की जमीन पर खेती करने वाले एक दलित परिवार के साथ दो दिन पहले पुलिस द्वारा की गई बर्बरता को लेकर प्रदेश की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। हालांकि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं मामले को संज्ञान में लेते हुए गुना कलेक्टर, एसपी और ग्वालियर के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है, लेकिन विपक्षी नेता इस मामले को लेकर सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं। इसी बीच प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने साफ कहा है कि यह मध्यप्रदेश है, जहां कानून का राज है।
दोषियों को जेल भेजा जाएगा।
भोपाल। मध्यप्रदेश के गुना जिले में अतिक्रमण की जमीन पर खेती करने वाले एक दलित परिवार के साथ दो दिन पहले पुलिस द्वारा की गई बर्बरता को लेकर प्रदेश की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। हालांकि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं मामले को संज्ञान में लेते हुए गुना कलेक्टर, एसपी और ग्वालियर के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है, लेकिन विपक्षी नेता इस मामले को लेकर सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं। इसी बीच प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने साफ कहा है कि यह मध्यप्रदेश है, जहां कानून का राज है।
दरअसल, गुना जिले के ग्राम जगनपुर चक में शासकीय जमीन पर मॉडल कॉलेज बनना है, लेकिन उस जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया है। गुना के नानाखेड़ी में रहने वाला दलित परिवार बटाई पर इस जमीन पर खेती कर रहा है। बीते सोमवार को प्रशासन की टीम अतिक्रमण हटाने के लिए जेसीबी के साथ यहां पहुंची थी। इस दौरान दलित परिवार ने हाथ जोडक़र आग्रह किया कि उन पर तीन लाख रुपये का कर्जा है, इस कर्जे को पटाने के लिए फसल काटने तक का समय दे दिया जाए। मगर टीम ने उसकी एक नहीं सुनी और उनकी जमकर पिटाई कर दी। दलित राजू की पत्नी दौडक़र खेत पर बनाई अस्थाई झोपड़ी में घुसी और इल्ली मारने वाली दवाई पी ली। पीछे से उसके पति राजू ने भी दवाई पी ली। राजू ने अपने-अपने छोटे बच्चों को भी जहरीली दवाई पिलाने का प्रयास किया। बेहोशी की हालत में राजू और उसकी पत्नी सावित्री को प्रशासन और पुलिस की टीम टांगकर ले जाने लगी, इसी बीच राजू का छोटा भाई शिशुपाल पहुंचा, जिसका धक्का महिला पुलिस कर्मी को लग गया, इसके बाद शिशुपाल और उसको बचाने आई महिला पर जमकर लाठियां चलाईं। इसके बाद प्रशासनिक टीम जेसीबी के साथ वापस लौट गई।
इधर, प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को मामला संज्ञान में आते ही उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दे दिये। घटना क्यों हुई, कैसे हुई और इसके पीछे कौन दोषी है, इन सब बातों की जल्द रिपोर्ट देने के लिए एक टीम भोपाल से गुना रवाना कर दी गई। घटना को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना के कलेक्टर और एसपी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया।
इधर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कहा है कि मध्यप्रदेश में कानून का राज है। गुना की घटना के जांच के आदेश जारी हो चुके हैं। जो भी इस मामले में दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने अन्य मामलों को लेकर कहा है कि कानून अपना काम कर रहा है। पुलिस लोगों से कानून का पालन कराएगी और जो पालन नहीं करेंगे, उन्हें जेल भेजा जाएगा। गृह मंत्री ने हमारे प्रदेश की गरीब जनता को जो तत्व चिटफंड के नाम पर ठगते हैं, उनको आगाह करता हूं कि हम किसी को छोड़ेंगे नहीं। पूरे राज्य में जगह-जगह कैंप लगाकर लोगों की शिकायतें सुनेंगे और ऐसे तत्वों को चिन्हित करके सख्त कार्रवाई करेंगे।
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