जिद्दी रिपोर्टर अपडेट..... दीपक शर्मा भोपाल प्रबंध संपादक जिद्दी रिपोर्टर भोपाल.. ... आखिरकार मुख्यमंत्री जी के कड़े निर्देश ...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.....
दीपक शर्मा भोपाल
प्रबंध संपादक जिद्दी रिपोर्टर
भोपाल.....
आखिरकार मुख्यमंत्री जी के कड़े निर्देश कठोर परिश्रम कुछ ना कुछ रंगत ला रहे हैं। उनका पूरा फोकस बढ़ते कोरोना को लेकर चल रहा है।
मुख्यमंत्री जी के निर्देशन मुख्य सचिव एवं तत्कालीन स्वास्थ्य आयुक्त डॉ संजय गोयल के द्वारा कोरोना काल में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए,आज प्रशासन के लिए काफी मददगार साबित हो रहे है।आज प्रदेश में स्तिथि भले ही नाजुक है,
लेकिन आने वाले समय में पूर्व में लिए गए कठोर निर्णय प्रदेश की जनता के लिए अच्छे साबित होंगे।आखिर मुख्यमंत्री जी एवम् डॉक्टर संजय गोयल का कठोर परिश्रम कुछ ना कुछ रंगत तो ला ही रहा हैं आप को बता दें की डॉक्टर संजय गोयल एक कुशल आईएएस अधिकारी के साथ साथ एक विशेषज्ञ चिकित्सक भी है इस महामारी में एक चिकित्सक की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण है जो डॉ संजय गोयल निभा रहे हैं तत्कालीन स्वास्थ्य आयुक्त ने मार्च माह में जो निर्णय लिए गए उसके कारण प्रदेश के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी कार्यशैली को मान रहे है। डॉ गोयल कोविड 19 की मीटिंग में भी कठोर निर्णय लिए गए।हालाकि कुछ चापलूसों के चलते बात टाल दी गई ।
अब ये वही बात हो गई "अब पछताए होत का जब चिड़िया चुंग गई खेत" अब पछतावा उनके मंत्रिमंडल के कुछ सिपाह सलाहकार और कुछ अधिकारी अब दिखाबे के लिये दिन रात एक करने में जुट गए हैं अगर यह स्थिति पूर्व में भी बनती तो नियंत्रित कर ली जाती,भले ही जयचन्दों की टीम दिखावा कर रही या नही ये तो समय ही बताएगा। ये बात जरूर है । पहले जैसा नियंत्रण होने से रेमडेसीबीर ब्लैक नही होता, चापलूसों की पूछ परख नही होती कोई गरीब परेशान नहीं होता तो कुछ विशेष लोगो एवं अधिकारियों की चौखट पर पूछ परख कैसे होती, दिखावा कैसे होता , लेकिन मुख्यमंत्री जी आप इस कठिन समय में जो निर्णय ले रहे है अत्यंत सराहनीय है।आपको प्रदेश की जनता की चिंता है।
आपसे आग्रह है वर्तमान महामारी में सभी प्रशासनिक अधिकारी कार्य कर रहे हैं,मुख्यमंत्री जी के प्रयास अधिकारीगण धरातल पर भी पहुंचकर कार्य कर रहे हैं लेकिन मार्च माह में टीम भावना के साथ काम करते तो आज ये आफत से बचा जा सकता था। मुख्यमंत्री जी के साथ साथ कंधे से कंधा मिलाकर एक तालमेल के साथ गृह मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा, स्थानीय शासन मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ,श्री गोपाल भार्गव श्री ,विश्वास सारंग और ग्वालियर से ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन तोमर के साथ-साथ कुछ और मंत्री भी अपने-अपने क्षेत्रों में कमर कस चुके हैं एवम् अपने क्षेत्रों में लगातार दौरा करके स्तिथि सुधार रहे है।एवम् तत्काल समस्या का निराकरण कर रहे है।वहीं दूसरी ओर पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी जी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री सुलेमान जी, अपर मुख्य सचिव श्री जै एन कंसोटिया, अपर मुख्य सचिव गृह श्री राजेश राजौरा जी, अपर मुख्य सचिव श्री मलय श्रीवास्तव जी ,अपर मुख्य सचिव श्री एस एन मिश्रा जी ,श्री संजय दुबे जी ,नीरज मंडलोई जी, श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव जी, श्री अनुपम राजन जी ,श्री नितेश व्यास जी ,श्री संजय शुक्ला जी ,श्रीमती रश्मि शमी जी आकाश त्रिपाठी जी,श्री पी नरहरि जी लगातार महामारी को नियंत्रित करने के लिए मैदान में है।
एक बार मुख्य मुख्यमंत्री जी को सभी से पूछना चाहिए कि ये जब पहली मीटिंग और डॉक्टर संजय गोयल ने जो पहलू रखे उनको क्यो नकारा गया क्यो नही माना गया अब क्यो वही लॉकडाउन लगाया गया उस समय सिर्फ 10 का लगता अब वही महीनों लॉकडाउन हो गए शासन की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह भी नही लगता । डॉक्टर संजय गोयल ने एक-एक कर पूरे प्रदेश में पल-पल की कोराना की खबर लेने में अपनी शक्ति को लगा दिया था तब सब को मजाक लग रहा था सभी अभी भी डॉक्टर संजय गोयल की गाइड लाइन को फॉलो किया गया तो निश्चित कुछ महीनों में हम बढ़ते कोराना पर लगाम लगा सकते हैं कर्मशील कार्यशील अधिकारी डॉक्टर संजय गोयल को सलाम करना चाहिए विगत कुछ दिनों से प्रदेश में अब कोरोना ने गति पकड़ ली है हमे मुख्यमंत्री जी पर पूर्ण विश्वास है हम कोरोना को हरा पाएंगे और हम जीतेंगे, डॉक्टर संजय गोयल एक कुशल प्रशाशक ,चिकित्सक, अच्छे व्यकितत्व के धनी है।जो जनता की भलाई एवम अपने सही निर्णय के लिए कोई भी पद छोड़ सकते है।लेकिन अपने व्यक्तित्व से समझौता नही कर सकते।आज के संकट के समय ऐसे ही अधिकारियो की आवश्यकता है।
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