जिद्दी रिपोर्टर अपडेट..... शिवपुरी के बैराड़ थाना क्षेत्र के पटेवरी गांव में दाेस्त ने लेनदेन काे लेकर एक अधेड़ की हत्या कर दी। दाेस्त 23 जुला...
23 को हुआ था लापता, 28 को मिली सूचना
पटेवरी गांव के रहने वाले 55 वर्षीय मनीराम धाकड़ 23 जुलाई को गायब हो गए। 24 जुलाई को सुबह डबरा लिंक रोड पर पुलिस को अज्ञात लाश मिली। डबरा पुलिस मृतक की शिनाख्त में जुटी रही। उधर, मनीराम के परिवारवाले इसलिए निश्चिंत थे कि कई बार वे रिश्तेदारों के यहां चले जाया करते थे। जब 28 जुलाई तक उन्होंने परिवार से संपर्क नहीं किया तो परिजन बैराड़ थाने पहुंचे। गुमशुदगी के बाद मनीराम की फोटो डबरा पुलिस के पास पहुंची तो मृतक की शिनाख्त मनीराम के रूप में हुई।
दोस्त पर लगे हत्या के आरोप
पड़ताल में परिजनों को पता चला कि मनीराम 23 जुलाई की रात गांव के रहने वाले दोस्त रघुवीर धाकड़ के साथ थे। इस पर रघुवीर की तलाश की गई तो पता चला कि वह 23 जुलाई से लापता था। परिजनों की सूचना के बाद पुलिस ने रघुवीर को 29 जुलाई की देर रात मुरैना के जौरा से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद रघुवीर धाकड़ ने मनीराम की हत्या की बात स्वीकारी।
मनीराम धाकड़ के भाई खेरू धाकड़ ने बताया कि मनीराम ने रघुवीर को सिंह निवास के किसी व्यक्ति से पांच लाख रुपए उधार दिलवाए थे। वह रुपए नहीं लौटा रहा था। संबंधित व्यक्ति मनीराम पर दबाब बना रहा था। मनीराम ने जब रघुवीर पर दबाव बनाया तो वह उसे 23 जुलाई को रात 8 बजे अपने साथ यह कहकर ले गया कि डबरा में उसे रुपए मिल जाएंगे। यहां रास्ते में उसने उसे बहाने से कार से उतारा और कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। हत्या उसने इस इरादे से किया कि मनीराम की मौत के बाद उसे रुपए वापस नहीं करने पड़ेंगे।
दो दिन लाश घर पर रखी रही
मनीराम की हत्या 23 जुलाई को हुई। 28 जुलाई को परिवार शव घर ले आए। परिजनों ने दो दिन तक अंतिम संस्कार इसलिए नहीं किया कि वे हत्या के मामले में नामजद रिपोर्ट लिखाने की बात पर अड़े हुए थे। उन्हाेंने चक्काजाम भी किया। मौके पर पहुंचे एसडीओपी ने समझाइश दी। हालांकि परिजन ग्वालियर एसपी से मिले आश्वासन के बाद अंतिम संस्कार को तैयार हुए। 30 जुलाई को परिवार ने अंतिम संस्कार किया।

COMMENTS