जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.... *दबाब के चलते बीआरसीसी की प्रतिनियुक्ति नही हो रही* *अपात्र अचयनित बैठे पदों पर अधिकारी जवाब देने से कर रहे है...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट....
*दबाब के चलते बीआरसीसी की प्रतिनियुक्ति नही हो रही*
*अपात्र अचयनित बैठे पदों पर अधिकारी जवाब देने से कर रहे हैं किनारा*
शिवपुरी , 15 वर्षों बाद शिक्षा विभाग मैं बीआरसीसी एपीसी के चयन को लेकर हुई परीक्षा मैं जहां संपूर्ण मध्यप्रदेश में बदलाव हो गया परंतु शिवपुरी जिला मैं जाने कौन से बह दबाब है जिसके चलते जिला प्रशासन परीक्षा उत्तीर्ण एवं संपूर्ण प्रक्रिया पूर्ण होने के बावजूद भी चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं दे पा रहा है वैसे भी शिक्षा विभाग के बारे में यह कहा जाता है कि यहाँ कोई भी कार्य समय पर नहीं होता।कोई भी प्रक्रिया चाहे वह स्थानांतरण की हो या प्रतिनियुक्ति की किसी न किसी कारण से अधर में लटक ही जाती है जिससे हमेशा भ्रम की स्थिति बनी रहती है । अभी हाल ही में बीआरसीसी एवं एपीसी की मध्य प्रदेश स्तर की हुई लिखित परीक्षा संपन्न होने के उपरांत प्रदेश के सभी जिलों में मेरिट के आधार पर चयनित हुए अभ्यर्थियों की नियुक्तियां लगभग हो चुकी है परंतु परंतु तीन माह से चल रही इस प्रक्रिया मे शिवपुरी जिला उनमें से है जहां आज तक यह नियुक्तियां अधर में लटकी हुई है जिससे जिले के शिक्षा जगत में संसय गहराया हुआ है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य शिक्षा केंद्र से 19 जुलाई 2022 को आरएसके संचालक श्री धनराजू एस द्वारा मध्य प्रदेश के समस्त जिले के कलेक्टरों को पत्र क्रमांक 4284 द्वारा पूर्व के समस्त बीआरसीसी एपीसी के पदों पर वर्षों से जमे को हटाकर उन्हे मूल संस्था में भेजने के निर्देश देते हुए लिखित परीक्षा का आयोजन कर प्रतिनियुक्ति से इन पदों को समय सीमा में भरने के निर्देश जारी किए गए थे। प्रदेश में सभी स्थानों पर उक्त अनुसार कार्रवाई करते हुए पात्रता अनुसार प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है तथा चयनित बीआरसीसी एवं एपीसी ने अपना कार्य भी प्रारंभ कर दिया है परंतु इसके उलट शिवपुरी जिले की स्थिति अलग है यहां पर परीक्षा उपरांत चयनित अभ्यर्थियों की अंनतिम सूची 23 अगस्त को जिला शिक्षा केंद्र द्वारा जारी कर आठो व्लाको के बीआरसीसी एवं जिला शिक्षा केंद्र हेतु एपीसी की सूची जारी की जा चुकी है। लेकिन आगे की प्रक्रिया डेड माह से कतिपय कारणों को बताते हुए रोकी गई है, जिससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही है सूत्र बताते हैं कि इसके पीछे जो कारण निकल कर आ रहे हैं उसके अनुसार जिले के 8 व्लाको में से 5 ब्लॉक पोहरी शिवपुरी नरवर करेरा खनियाधाना की स्थिति तो निर्विवाद है अन्य तीन ब्लॉक जिसमें बदरवास कोलारस पिछोर में वर्तमान में बीआरसीसी का प्रभार लिए को जिला शिक्षा केंद्र द्वारा परीक्षा के पूर्व उम्र के आधार पर एवं वर्षों से जमे होने के कारण प्रदेश सरकार की गाइडलाइन के क्रम में अपात्र घोषित किया गया था, जिसे लेकर इनके द्वारा कोर्ट में जाया गया जहां से इन्हें परीक्षा में अगर यह पात्र हैं तो शामिल करने एवं उनका रिजल्ट अलग से लिफाफे में रखने का आदेश प्राप्त हुआ था परंतु जब तक यह कोर्ट का पत्र लेकर आए उससे पूर्व यह नियमानुसार जिला शिक्षा केंद्र द्वारा अपात्र घोषित किये जा चुके थे। पूर्व में प्रशासन जिनके लिए अपात्र घोषित कर चुका आज उन्हीं को पदों पर बैठाकर प्रशासन क्या संदेश देना चाहता है आज जिला प्रशासन को इस विषय पर तत्परता से निर्णय लेने की आवश्यकता है ।
इनका कहना है -:
समय लग रहा है कुछ तकनीकी दिक्कत रहती है जल्दी से जल्दी सूची जारी थी।
अक्षय कुमार सिंह कलेक्टर शिवपुरी
:कई बार फोन लगाए जाने पर फोन नहीं उठा रही है।
डीपीसी प्रभारी शिवांगी अग्रवाल
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