शिवपुरी। जिले में रिश्तों को शर्मसार करने वाली दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। पैतृक जमीन को लेकर हुए विवाद में बेटे ने अपने ही पिता ...
शिवपुरी। जिले में रिश्तों को शर्मसार करने वाली दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। पैतृक जमीन को लेकर हुए विवाद में बेटे ने अपने ही पिता की हत्या कर दी। इस खौफनाक साजिश में उसका साला भी शामिल था। नरवर पुलिस ने महज 48 घंटे में इस सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मामला 2 सितंबर का है, जब घनसुन्दर पुत्र इमरतलाल कुशवाह (आयु 21 वर्ष) निवासी ग्राम पोहा, वार्ड नं. 09 नरवर ने थाना नरवर में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके पिता इमरतलाल (50 वर्ष) का शव सतनवाड़ा रोड पर गोलखांद दरगाह के पास पड़ा हुआ है। उसने अज्ञात लोगों पर हत्या का शक जताया। रिपोर्ट पर थाना नरवर पुलिस ने अपराध क्रमांक 203/2025 धारा 103 बीएनएस दर्ज कर विवेचना शुरू की।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक शिवपुरी अमन सिंह राठौड़ ने पूरे मामले की मॉनिटरिंग की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजिव मुले और एसडीओपी करैरा डॉ. आयुष जाखड़ के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी नरवर निरीक्षक विनय यादव के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई गई।
पुलिस ने वैज्ञानिक और तकनीकी साक्ष्यों की पड़ताल की। घटनास्थल की जांच, सीसीटीवी फुटेज और आसपास के लोगों से पूछताछ की। जांच में मृतक के बेटे घनसुन्दर की गतिविधियाँ संदिग्ध मिलीं। कड़ी पूछताछ पर घनसुन्दर और उसके साले अंकित ने अपराध स्वीकार कर लिया। आरोपियों ने बताया कि मृतक इमरतलाल अपनी पत्नी की पैतृक जमीन बेटे के नाम करने के लिए तैयार नहीं थे। इसी रंजिश में घनसुन्दर ने साले अंकित संग मिलकर पिता को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। दोनों ने सुनसान जगह पर इमरतलाल को शराब पिलाई और नशे की हालत में कुल्हाड़ी से उनकी हत्या कर दी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी और दो मोटरसाइकिलें जप्त कीं। साथ ही मामले में धारा 61(2), 238 बीएनएस का इजाफा किया गया। इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी नरवर निरीक्षक विनय यादव, उनि जूली तोमर, उनि लक्ष्मण सिंह कुशवाह, उपनिरीक्षक अभिनव शर्मा, सउनि राधाकृष्ण बंजारा, प्र.आर. सुनील भार्गव, प्रधान आरक्षक हरि किशन यादव, प्रधान आरक्षक हरि शंकर यादव, आरक्षक गौरव जाट, रामवीर सिंह, भोले सिंह, सलमान खाँन, परमाल, अजय गुर्जर, म.आर. कीर्ती मौर्य और चालक राजबहादुर की सराहनीय भूमिका रही।
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