जिद्दी रिपोर्टर अपडेट..... CNBC आवाज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आज शाम को होने वाली कैबिनेट (Cabinet Meet) की बैठक में ...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.....
CNBC आवाज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आज शाम को होने वाली कैबिनेट (Cabinet Meet) की बैठक में सब्सिडी देकर प्याज (Onion Price in India) का इंपोर्ट करने और सस्ते दामों पर इसे बेचने पर फैसला हो सकता है. इसके लिए प्राइस स्टेबलाइजेशन फंड का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव है.
प्याज की बढ़ती कीमतों (Onion Price Soars) पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार (Government of India) बड़ा फैसला लेने की तैयारी में है. CNBC आवाज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आज शाम को होने वाली कैबिनेट (Cabinet Meet) की बैठक में सब्सिडी देकर प्याज (Onion Price in India) का इंपोर्ट करने और सस्ते दामों पर इसे बेचने पर फैसला हो सकता है.
इसके लिए प्राइस स्टेबलाइजेशन फंड का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव है. आपको बता दें कि प्याज के निर्यात (Onion Export) पर रोक के बाद भी अक्टूबर से नवंबर मध्य तक प्याज की कीमतों में जोरदार तेजी आई है. फिलहाल, कई जगह खुदरा बाजार में प्याज 60 रुपये किलो से ऊपर चल रहा है. दिल्ली में एक हफ्ते पहले तक फुटकर में प्याज का भाव 100 रुपये तक पहुंच गया था.
आपको बता दें कि भारत दुनिया में प्याज के सबसे बड़े निर्यातकों में है. बांग्लादेश, नेपाल और श्रीलंका सहित कई देशों में भारत प्याज का निर्यात करता है. फसल खराब होने और कीमतों पर अंकुश के लिए भारत ने प्याज निर्यात पर रोक के साथ दूसरे देशों से प्याज खरीद रहा है. इससे नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे देशों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं.
कैबिनेट की बैठक में आज हो सकता है बड़ा फैसला- बुधवार की शाम को होने वाली कैबिनेट की बैठक में प्याज की कीमत पर काबू पाने के लिए अहम फैसला लिया जा सकता है. प्याज इंपोर्ट और घरेलू बाजार में इसे बेचने पर सब्सिडी बढ़ाने का फैसला लिया जा सकता है. प्राइस स्टेबलाइजेशन फंड स्कीम के तहत सब्सिडी देने का प्रस्ताव है.
देश में प्याज की कीमतों पर अंकुश के लिए सरकार कई स्तरों पर कोशिश कर रही है. सूत्रों के मुताबिक इसके तहत प्याज के निर्यात पर रोक को फरवरी तक बढ़ाया जा सकता है. सितंबर से ही प्याज के निर्यात पर रोक लगी हुई है जबकि आयात के नियमों को भी सरल किया गया है.
इस वजह से प्याज हो रही है महंगी- प्याज के बड़े उत्पादक राज्यों में बाढ़ और सूखे की वजह से इस साल खरीफ (गर्मी) के मौसम में प्याज उत्पादन में 30-40 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है. देश में सबसे अधिक प्याज का उत्पादन करने वाले महाराष्ट्र में फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. इससे प्याज के दाम चढ़े हुए हैं. (लक्ष्मण रॉय, इकोनॉमिक पॉलिटिकल एडिटर, CNBC आवाज़)


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