जिद्दी रिपोर्टर अपडेट..… शिवपुरी। जिला अस्पताल में मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल प्रबंधन के बीच आपसी खिंचतान का नतीजा मरीजों की ...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट..…
शिवपुरी। जिला अस्पताल में मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल प्रबंधन के बीच आपसी खिंचतान का नतीजा मरीजों की जान पर बन रहा है। आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों की देखरेख करने का जिम्मा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों पर है, लेकिन अस्पताल की व्यवस्थाएं और उस वार्ड की बिजली सहित अन्य व्यवस्थाओं को देखने की जिम्मेदारी जिला अस्पताल के सिविल सर्जन की है। लेकिन लापरवाही के नतीजे में यहां नियमित रूप से देखभाल नहीं की जा रही थी। बीते रोज भी जब 1 गुना के मरीज की मौत हुई थी तो उसी के परिजनों से उसकी लाश को एंबुलेंस में रखकर पीएम हाउस ले जाया गया था। यहां तक कि मरीज के परिजनों को पहनने के लिए पीपीइ भी नहीं दी गई थी। जबकि अस्पताल में मरीज की मौत के बाद उसे पीएम हाउस पहुंचाने का जिम्मा जिला अस्पताल प्रबंधन पर है। ऐसा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों का कहना है, लेकिन जिला अस्पताल की तरफ से स्वीपर तक उपलब्ध नहीं कराया गया था। जिसके नतीजे में मौत के 2 घंटे बाद तक लाश रखी रही थी और बाद में उसी के परिजनों से एंबुलेंस में रखवाया गया था। लापरवाही का यह पहला मामला नहीं है बल्कि अस्पताल में लाखों रुपए फंड आने के बाद भी मेंटिनेंस नहीं किया जाता। आज इतना बड़ा हादसा हुआ शॉर्ट सर्किट हो गया और जब ऑक्सीजन की सप्लाई बंद की गई तो मरीजों को शिफ्ट करने के दौरान दम तोड़ दिया। इसके पहले आज सुबह शिवपुरी जिला अस्पताल में 2 मरीजो की मौत हो चुकी है। जिसमें से एक की रिपोर्ट नेगेटिव तो दूसरे की पॉजिटिव थी।
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