जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.... "बता दें कि महोबा के पुलिस कप्तान रहे आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की ...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट....
"बता दें कि महोबा के पुलिस कप्तान रहे आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7, 13 और आईपीसी की धारा 387, 307 और 120-B के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इस संगीन धाराओं की वजह से मणिलाल पाटीदार और अन्य आरोपियों पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।"
महोबा/उत्तरप्रदेश।
भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त योगी सरकार जीरो टॉलरेन्स नीति पर काम कर रही हैं। जिसके तहत
महोबा के पुलिस कप्तान रहे आईपीएस मणिलाल पाटीदार पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7, 13 और आईपीसी की धारा 387, 307 और 120-B के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। एफआईआर लखनऊ के नीतीश पांडेय की शिकायत पर दर्ज की गई है। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बीते 9 सितंबर को आईपीएस मणिलाल पाटीदार सस्पेंड कर दिए गए थे।
क्या है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार,पी.पी. पांडेय इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा. लिमिटेड के निदेशक नीतीश पांडेय ने महोबा के पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार के अलावा चरखारी थाने के निरीक्षक राकेश कुमार सरोज और खरेला के उप निरीक्षक राजू सिंह के खिलाफ भी जिले के कोतवाली थाने में केस दर्ज कराया है। महोबा में एसपी रहे मणिलाल पाटीदार पर क्रशर कारोबारियों से अवैध वसूली का आरोप लगा था।
आईपीएस के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने वाले नीतीश पांडेय के मुताबिक पीपी पांडेय इन्फ्रास्ट्रक्चर की 46 गाड़ियां बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे में गिट्टी ढुलाई के काम में लगी हुई हैं। सिपाही राजकुमार कश्यप ने अमित तिवारी को फोन कर 29 और 30 मई को तत्कालीन एसपी मणिलाल से नीतीश पांडेय की मुलाकात कराई एसपी ने उनसे हर माह दो लाख रुपए की मांग की थी जांच में चरखारी के तत्कालीन निरीक्षक राकेश कुमार सरोज, एसओ खरेला रहे राजू सिंह की भी संलिप्तता पाई गई थी।
व्यापारी ने वीडियो जारी कर एसपी से खुद की जान को खतरा बताया था
महोबा के एक व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी ने 5 सितंबर को अपना एक वीडियो वायरल कर महोबा के एस पी मणिलाल पाटीदार पर आरोप लगाया था कि उनके दबाव में वो उन्हें 6 लाख रुपये महीना घूस दे रहे थे, लेकिन काम मंदा होने की वजह से उन्होंने एसपी से हर महीने 6 लाख रुपये देने में मजबूरी जताई तो उन्होंने उन्हें जान से मरवा देने की धमकी दी है।
इन्द्रकांत का महोबा में स्टोन क्रशर और माइनिंग के लिए विसफोटक सप्लाई का काम है। वीडियो वायरल करने के दो दिन बाद ही इन्द्रकांत को गोली मार दी गई। गोली उन्हें गर्दन में लगी है। उनकी हालत गंभीर है वो इलाज के लिए कानपुर में भर्ती हैं।
घटना के बाद एस पी मणिलाल पाटीदार को 9 तारीख को सरकार ने सस्पेंड कर दिया था। कल देर रात उनके खिलाफ हत्या का प्रयास और हत्या की साज़िश करने के आरोप में महोबा में मुक़दमा दर्ज हो गया है। उनके साथ महोबा के कबरई थाना इंचार्ज देवेंद्र शुक्ल और इंद्रमणि के दो प्रतिद्वंदी व्यापारियों पे भी एफ़आईआर हुई है।
भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे इन अधिकारियों पर गाज गिरी
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अभिषेक दीक्षित एसएसपी |
प्रयागराज एसएसपी रहे अभिषेक दीक्षित भी संस्पेंड हैं
इससे पहले योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे महोबा के पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार और प्रयागराज के पूर्व एसएसपी अभिषेक दीक्षित को सस्पेंड करते हुए उनके खिलाफ विजिलेंस से जांच कराने का आदेश दिया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन दोनों निलंबित अफसरों की संपत्तियों की जांच के आदेश भी दिए हैं अभिषेक दीक्षित और मणिलाल पाटीदार को सस्पेंड करने के बाद पुलिस मुख्यालय अटैच कर दिया गया है प्रयागराज एसएसपी रहे अभिषेक दीक्षित पर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।
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