डॉ. बृजेश शर्मा बने मातृत्व सेवाओं के सबसे भरोसेमंद नाम शिवपुरी/पिछोर-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिछोर का नाम आज प्रदेश में उदाहरण के रूप मे...
डॉ. बृजेश शर्मा बने मातृत्व सेवाओं के सबसे भरोसेमंद नाम
शिवपुरी/पिछोर-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिछोर का नाम आज प्रदेश में उदाहरण के रूप में लिया जाता है। जिस क्षेत्र में कभी गंभीर प्रसूति सेवाएँ सीमित थीं, वहीं आज सुरक्षित प्रसव, आधुनिक चिकित्सा सुविधाएँ और अत्याधुनिक मातृत्व सेवाएँ लगातार उपलब्ध हो रही हैं। इस परिवर्तन के केंद्र में हैं—स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. बृजेश कुमार शर्मा, जिनकी 13 वर्षों की निष्ठा, लगन और मानवीय सेवा ने इस छोटे से कस्बे को पूरे ग्वालियर संभाग में पहचान दिलाई है।
दो FRU शुरू कर प्रदेश में स्थापित किया कीर्तिमान
वर्ष 2011 में जिला अस्पताल डिंडौरी और 2012 में CHC पिछोर में F.R.U. (First Referral Unit) को सफलतापूर्वक प्रारंभ करना डॉ. शर्मा की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है।
F.R.U. का संचालन मतलब—24×7 सुरक्षित प्रसव, सर्जरी, ब्लड ट्रांसफ्यूजन, और आपातकालीन प्रसूति सेवाएँ उपलब्ध कराना—जो किसी भी ग्रामीण क्षेत्र के लिए वरदान हैं।
ग्वालियर संभाग में जिला अस्पताल के अलावा केवल CHC पिछोर ही पूर्णत: कार्यरत F.R.U. है। यह उपलब्धि डॉ. शर्मा की अटूट मेहनत और नेतृत्व का प्रमाण है।
13 वर्षों की सेवा में रिकॉर्ड—44,000 से अधिक प्रसव
एक सरकारी अस्पताल में इतने बड़े स्तर पर सुरक्षित प्रसव कराना किसी मिशन से कम नहीं। आंकड़े स्वयं बताते हैं कि क्यों डॉ. बृजेश शर्मा को मातृत्व सेवाओं की रीढ़ कहा जाता है—
● 44,000 सामान्य प्रसव
● 1,065 सिजेरियन डिलीवरी
● 1,002 ब्लड ट्रांसफ्यूजन
● 28,000 महिला नसबंदी (LTT)
● 22,000 प्रसूति अल्ट्रासाउंड
● 3,800 MTP प्रक्रियाएँ
ये आँकड़े सिर्फ संख्या नहीं, बल्कि ग्रामीण महिलाओं के जीवन में आए सकारात्मक बदलाव और सुरक्षित मातृत्व का प्रमाण हैं।
‘सेवा संस्कृति’ विकसित की — डॉक्टर कम, जनसेवक अधिक
डॉ. बृजेश शर्मा की पहचान एक संवेदनशील, समर्पित और मानवता से भरपूर चिकित्सक की है—
* रात में अचानक आई महिला को तुरंत ऑपरेशन थिएटर ले जाना
* आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों का बिना झिझक पूरा उपचार
* हर मरीज के प्रति सम्मान, धैर्य और संवेदनशीलता
इन्हीं कारणों से आज पिछोर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में उनका नाम विश्वास, भरोसे और जीवनरक्षक का पर्याय बन चुका है।
सम्मानों की लंबी सूची
डॉ. शर्मा के उत्कृष्ट कार्य को कई बार प्रदेश व जिला स्तर पर सम्मान मिला—
* 26 जनवरी 2015 — कलेक्टर शिवपुरी द्वारा सम्मान
* 15 अगस्त 2017 — महिला नसबंदी कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य हेतु CMHO द्वारा सम्मान
* 26 जनवरी 2018 — CHC पिछोर को F.R.U. के रूप में क्रियाशील करने हेतु मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया द्वारा सम्मान
* 16 जुलाई 2018 — मातृत्व सेवाओं में योगदान हेतु स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह द्वारा सम्मान
* 10 सितम्बर 2018 — ‘मेरी ड्यूटी मेरा धर्म’ अभियान में उत्कृष्टता हेतु बाल आयोग अध्यक्ष द्वारा सम्मान
* 28 सितम्बर 2023 — MTP सेवाओं में प्रदेश स्तरीय सम्मान
* 15 अगस्त 2024 — लक्ष्य कार्यक्रम में उल्लेखनीय योगदान हेतु भारत सरकार द्वारा सराहना
* 6 जुलाई 2025 — सांसद भारत सिंह कुशवाह द्वारा ग्वालियर में भव्य सम्मान
भविष्य की दिशा—लेप्रोस्कोपिक व रोबोटिक सर्जरी की तैयारी
डॉ. शर्मा का सपना है कि पिछोर में उन्नत लेप्रोस्कोपिक और रोबोटिक सर्जरी शुरू हों, जिससे ग्रामीणों को बड़े शहरों पर निर्भर न रहना पड़े।
एक डॉक्टर नहीं, पूरा ‘पिछोर मॉडल’—स्वास्थ्य सुधार की मिसाल
CHC पिछोर आज उन चुनिंदा सरकारी संस्थानों में गिना जाता है जिसने संसाधनों की कमी के बावजूद टीमवर्क, समर्पण और सेवा भावना से एक मजबूत मातृत्व केंद्र स्थापित किया। इस परिवर्तन के केंद्र में नाम है—
डॉ. बृजेश कुमार शर्मा
जिनकी निस्वार्थ सेवा ने हजारों परिवारों को सुरक्षित भविष्य दिया है।
वर्ष 2025 का विशेष सम्मान
06 जुलाई 2025 को कैंसर हॉस्पिटल ग्वालियर के शीतल सहाय सभागार में आयोजित भव्य समारोह में JCI ग्वालियर ऑर द्वारा मातृत्व सेवाओं में अभूतपूर्व योगदान के लिए डॉ. बृजेश शर्मा को विशेष सम्मान से विभूषित किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद भारत सिंह कुशवाह ने की तथा मुख्य अतिथि कलेक्टर ग्वालियर श्रीमती रुचिका सिंह चौहान रहीं।
समारोह में स्पष्ट रूप से कहा गया कि “डॉ. शर्मा ने 13 वर्षों में पिछोर CHC को जिस स्तर पर पहुँचाया है, वह पूरे ग्वालियर संभाग में प्रेरणा का मॉडल है



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