जिद्दी रिपोर्टर अपडेट..... लाला परिहार आमोलपठा आमोलपठा अनुबिभाग करेरा के नरवर विकासखंड के ग्राम चकरामपुर के शासकीय एकीक...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.....
लाला परिहार आमोलपठा
आमोलपठा अनुबिभाग करेरा के नरवर विकासखंड के ग्राम चकरामपुर के शासकीय एकीकृत माध्यमिक विद्यालय में विद्यालय दिवस एवं मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ नायब तहसीलदार श्रीमती रुचि अग्रवाल द्वारा किया। इसमें छात्र-छात्राओं द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों विद्यालय, मां के लिए, स्वच्छ भारत अभियान, देश भक्ति, नैतिक मूल्य पर आधारित नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी गई। विद्यालय की शिक्षिका व इस आयोजन की प्रमुख श्रीमती दीपा दांगी ने अपने उद्बोधन में बताया कि "शिक्षा का गणतंत्र" की आवश्यकता इसलिए पड़ी कि हम बाल दिवस एवं शिक्षक दिवस मनाते हैं, परंतु विद्यालय के लिए कोई दिवस नहीं है। विद्यालय एक भवन नहीं है, अपितु यह एक बच्चे का सर्वांगीण विकास की नींव है। इसका शुभारंभ 26 जनवरी से बसंत पंचमी सरस्वती पूजन तक किया गया। इसके अंतर्गत सांस्कृतिक कार्यक्रम, शिक्षक व छात्र संवाद, पर्यावरण से संबंधित चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिता प्रतिदिन आयोजित की गई। कार्यक्रम में नायब तहसीलदार रुचि अग्रवाल ने कहा कि किसी भी बच्चों को अब अपनी माताओं को आशिक्षित नहीं कहना है। उनको अब से नाम लिखना सिखाना है। बीआरसीसी नरवर प्रदीप शुक्ला ने कहा कि हमारे विभाग में एक अच्छी पहल का आरंभ किया गया, इसका अनुसरण सभी विद्यालयों को करना चाहिए। जिससे जागृत होकर माताएं बच्चों को प्रतिदिन विद्यालय भेज कर अपना सहयोग दे। साला परिवार की छात्रा मुस्कान ने कहा कि शिक्षकों ने ही हमें हर मुसीबत से निकलने का हल सिखाया है, वह हमारी हर बात को एक दोस्त की तरह समझ जाते हैं। इसी के साथ अभिभावक जागरूक हो बच्चों की उपस्थिति साला में बढ़े। इसके लिए मातृ सम्मेलन का आयोजन भी किया गया
ग्राम चकरामपुर, उदियापुर एवं बददाह से उपस्थित माताओं ने अपना पूर्ण योगदान दिया। हर वर्ष यह कार्यक्रम हो ऐसी इच्छा माताओं ने व्यक्त की। इसी प्रकार आगे भी विद्यालय में विद्यालय दिवस एवं मातृ सम्मेलन प्रतिवर्ष बसंत पंचमी के दिन मनाया जाएगा।
छात्रा निकिता ने कहा कि मां, भगवान से भी ऊपर होती है। भगवान की कितनी भी पूजा की जाती है, माता पिता की सेवा नहीं की तो सब व्यर्थ है। क्योंकि माँ, बच्चे की प्रथम गुरु होती है। इसमें हमारे सरपंच, सचिव, शाला प्रबंध समिति एवं बाल कैबिनेट का एवं माताओं की उपस्थिति का सफल कार्यक्रम होने में विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम में विशेष अतिथि असलम खान लोक सेवा केंद्र एवं जिला पंचायत सदस्य कालू राम कुशवाहा, शिक्षक गण छात्र- छात्राएं उपस्थित रहे।
लाला परिहार आमोलपठा
आमोलपठा अनुबिभाग करेरा के नरवर विकासखंड के ग्राम चकरामपुर के शासकीय एकीकृत माध्यमिक विद्यालय में विद्यालय दिवस एवं मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ नायब तहसीलदार श्रीमती रुचि अग्रवाल द्वारा किया। इसमें छात्र-छात्राओं द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों विद्यालय, मां के लिए, स्वच्छ भारत अभियान, देश भक्ति, नैतिक मूल्य पर आधारित नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी गई। विद्यालय की शिक्षिका व इस आयोजन की प्रमुख श्रीमती दीपा दांगी ने अपने उद्बोधन में बताया कि "शिक्षा का गणतंत्र" की आवश्यकता इसलिए पड़ी कि हम बाल दिवस एवं शिक्षक दिवस मनाते हैं, परंतु विद्यालय के लिए कोई दिवस नहीं है। विद्यालय एक भवन नहीं है, अपितु यह एक बच्चे का सर्वांगीण विकास की नींव है। इसका शुभारंभ 26 जनवरी से बसंत पंचमी सरस्वती पूजन तक किया गया। इसके अंतर्गत सांस्कृतिक कार्यक्रम, शिक्षक व छात्र संवाद, पर्यावरण से संबंधित चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिता प्रतिदिन आयोजित की गई। कार्यक्रम में नायब तहसीलदार रुचि अग्रवाल ने कहा कि किसी भी बच्चों को अब अपनी माताओं को आशिक्षित नहीं कहना है। उनको अब से नाम लिखना सिखाना है। बीआरसीसी नरवर प्रदीप शुक्ला ने कहा कि हमारे विभाग में एक अच्छी पहल का आरंभ किया गया, इसका अनुसरण सभी विद्यालयों को करना चाहिए। जिससे जागृत होकर माताएं बच्चों को प्रतिदिन विद्यालय भेज कर अपना सहयोग दे। साला परिवार की छात्रा मुस्कान ने कहा कि शिक्षकों ने ही हमें हर मुसीबत से निकलने का हल सिखाया है, वह हमारी हर बात को एक दोस्त की तरह समझ जाते हैं। इसी के साथ अभिभावक जागरूक हो बच्चों की उपस्थिति साला में बढ़े। इसके लिए मातृ सम्मेलन का आयोजन भी किया गया
ग्राम चकरामपुर, उदियापुर एवं बददाह से उपस्थित माताओं ने अपना पूर्ण योगदान दिया। हर वर्ष यह कार्यक्रम हो ऐसी इच्छा माताओं ने व्यक्त की। इसी प्रकार आगे भी विद्यालय में विद्यालय दिवस एवं मातृ सम्मेलन प्रतिवर्ष बसंत पंचमी के दिन मनाया जाएगा।
छात्रा निकिता ने कहा कि मां, भगवान से भी ऊपर होती है। भगवान की कितनी भी पूजा की जाती है, माता पिता की सेवा नहीं की तो सब व्यर्थ है। क्योंकि माँ, बच्चे की प्रथम गुरु होती है। इसमें हमारे सरपंच, सचिव, शाला प्रबंध समिति एवं बाल कैबिनेट का एवं माताओं की उपस्थिति का सफल कार्यक्रम होने में विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम में विशेष अतिथि असलम खान लोक सेवा केंद्र एवं जिला पंचायत सदस्य कालू राम कुशवाहा, शिक्षक गण छात्र- छात्राएं उपस्थित रहे।




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