जिद्दी रिपोर्टर अपडेट..... -स्वस्थ्य महकमे की लापरवाही के चलते बड़ी तादात में रोज सामने आ रहे मामले, एक हजार से ऊपर पहुँची पॉजिटि...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.....
-स्वस्थ्य महकमे की लापरवाही के चलते बड़ी तादात में रोज सामने आ रहे मामले, एक हजार से ऊपर पहुँची पॉजिटिव संख्या
-कलेक्टर के सख्त तेबरों के बाद बैकफुट पर दिखा स्वस्थ्य महकमा, व्यवस्था में सुधार होने की आस
शिवपुरी
नवागत कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने शिवपुरी में पदभार ग्रहण करने के बाद से ही व्यवस्था में सुधार करने के लिए कसावट लाना शुरू कर दिया है एक और जहां उन्होंने अनुविभागीय अधिकारियों को फेरबदल कर नई जिम्मेदारियां सौंपी हैं, वहीं दूसरी ओर कोरोना से जंग लड़ने के लिए भी नवागत कलेक्टर श्री सिंह ने कमर कस ली है। स्वस्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते शिवपुरी में लगातार क्रम में बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या में रोकथाम लाने के लिए भी श्री सिंह ने मातहत अमले को सख्त लहजे में व्यापक दिशा निर्देश दिए हैं। वहीं दूसरी ओर क्वारंटाइन सेंटरों में रह रहे कोरोना पीड़ितों के लिए भी स्वादिष्ट एवं गुणवत्ता युक्त भोजन की व्यवस्था भी नवागत कलेक्टर द्वारा की गई है। डीएम अक्षय कुमार सिंह के तीखे तेवर देख स्वस्थ्य महकमे के उन अधिकारियों के होश उड़े दिखाई दे रहे हैं जो अभी तक कोरोना के नाम पर सिर्फ और सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ाकर आपदा में अवसर तलाश कर अपनी जेब भराई में जुटे हुए थे।
दिन व दिन इसलिए बिगड़े हालात, अब डीएम अक्षय कुमार से आस
कोरोना काल के प्रारम्भिक दौर की अगर बात करें तो लॉक डाउन के दौरान शिवपुरी में प्रशासन व स्वस्थ्य महकमे से ज्यादा पुलिस विभाग सक्रिय दिखाई दिया था, जिसके परिणामस्वरूप जिले में कोरोना अपने पैर नही फैला पाया था, लेकिन जैसे-जैसे लॉक डाउन खोला जाता रहा बैसे-बैसे जिले में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या भी बढ़ती गई। पहले कोरोना मरीजों को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया लेकिन जैसे जैसे मरीजों की संख्या बढ़ती गई तो कोरोना पीड़ितों को होम क्वारंटाइन और फिर उसके बाद छात्रावासों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटरों में रखा जाने लगा। होम और छात्रावास क्वारंटाइन सेंटरों पर जिला प्रशासन व स्वस्थ्य महकमा मरीजों की देखभाल करने में पूरी तरह से फैल साबित हुआ। यहां पीड़ितों को दबा, गुणवत्ता युक्त भोजन उपलव्ध नही कराया गया। लापरवाही का आलम यह रहा कि विभिन्य स्थानों से कोरोना पॉजिटिव, बाजारों व आम रास्तों पर घूमते देखे जाने लगे, कई मामले तो ऐसे भी सामने आए जिनमे कोरोना पॉजिटिव निकले मरीजों को स्वस्थ्य अमला 2 से 4 दिन तक चिन्हित भी नही कर पाया और देखते ही देखते शिवपुरी जिला ग्रीन जॉन से आज रेड जॉन में आकर खड़ा हो गया है। स्वस्थ्य महकमे की लापरवाही के कारण शिवपुरी में भी अब प्रतिदिन कोरोना ब्लास्ट हो रहे हैं। यह रोज लगभग आधा सैकड़ा या इससे अधिक मरीज सामने आ रहे हैं, बाबजूद इसके प्रशासन, स्वस्थ्य महकमे के आलाधिकारियों के कानों पर जूं तक नही रेंगी। लेकिन अब जबकि कलेक्टर अनुग्रह पी का स्थानांतरण हो चुका है और नवागत कलेक्टर ने कमान सम्भाली है तो व्यवस्था में बदलाब की उम्मीद भी जिलेवासी लगा रहे हैं। डीएम अक्षय कुमार सिंह ने शिवपुरी में आमद दर्ज कराने के बाद से जिस अंदाज में जिले की नब्ज थामकर अनुविभागों के विकेट उड़ाते हुए मातहत अमले को जिम्मेदारियों का बटवारा किया है उसे देखकर ऐसा लग रहा है कि अब शायद यहां की बिगड़ी व्यवस्था में सुधार होगा, लेकिन अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी ही होगा, देखना यहां यह काबिलेगौर होगा कि व्यवस्था में बदलाब से सुधार होगा या फिर आने बाले दिनों में पिछले कहानी ही देखने को मिलेगी, फिलहाल तो जिलेवासियों को डीएम अक्षय कुमार सिंह से बहुत उम्मीदें हैं।
छात्रावासों में बने क्वारंटाइन सेंटरों से आ रही शिकायतें, पेट भरने बाहर निकल रहे कोरोना मरीज
शिवपुरी में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या लगातार बढ़ने के कारण 9 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। जिनमें से अभी सिर्फ तीन संचालित हैं। वर्तमान में जो क्वारंटाइन सेंटर संचालित किए जा रहे हैं उनमें एएनएम ट्रेनिंग सेंटर, आदिम जाति छात्रावास और ओबीसी छात्रावास शामिल हैं। बताया जाता है कि ट्राईबल छात्रावास में 53, एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में लगभग 40 लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है। सूत्र बताते हैं कि उक्त सेंटरों पर रखे गए मरीजों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां इन्हें न तो गुणवत्ता युक्त खाना उपलब्ध हो रहा है और न ही इन्हें अन्य दी जाने बाली सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही। जिसके चलते तमाम कोरोना मरीज अपना पेट भरने के लिए शहर के होटलों सहित बाजार के अन्य स्थानों पर देखे जा सकते हैं। बताया जाता है कि उक्त क्वारंटाइन सेंटरों पर कोई गार्ड की व्यवस्था भी नही है जो कि कोरोना मरीजों को बाहर निकलने से रोक सके। शहर में लगातार फैल रहे कोरोना का एक मुख्य कारण यह भी है कि पॉजिटिव लोग क्वारंटाइन सेंटरों व घरों से बिना मास्क बाहर निकलकर बाजारों में घूमते हुए कोरोना फैला रहे है। अब जबकि यह पूरा मामला डीएम अक्षय कुमार सिंह की जानकारी में आया है तो उन्होंने व्यवस्था में सुधार करते हुए क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों को स्वादिष्ट एवं गुणवत्ता युक्त खाना उपलब्ध कराने के लिए मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम से व्यवस्था की गई है।
अभी तक सब कुछ चल रहा था भगवान भरोसे लेकिन अब टूरिस्ट विलेज से आ रहा भोजन
शिवपुरी में लगातार फैल रही कोरोना महामारी को रोकने के लिए डीएम अक्षय कुमार सिंह के सख्त तेबर दिखाए हैं जिसके परिणामस्वरूप अब क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों को स्वादिष्ट एवं गुणवत्ता युक्त भोजन उपलब्ध कराने के लिए मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम से व्यवस्था की गई है। अब क्वॉरेंटाइन सेंटर में टूरिस्ट विलेज से खाना पहुंचेगा। बीतेरोज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ए.एल.शर्मा ने बताया कि क्वारंटाइन सेंटर में लोगों को खाने की सुविधा और गुणवत्ता को देखते हुए 1 सितंबर से यह व्यवस्था शुरू कर दी गई है। अब एमपीटीडीसी द्वारा संचालित टूरिस्ट विलेज होटल से क्वारंटाइन सेंटर में खाना उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी मरीजों को मीनू अनुसार सुबह के समय चाय और नाश्ता, दोपहर में लंच, शाम की चाय और रात में डिनर दिया जाएगा। बड़ा सबाल यहां पर यह है कि क्वारंटाइन सेंटरों पर जो व्यवस्था नवागत डीएम अक्षय कुमार सिंह के आने के बाद कि गई है वह व्यवस्था पूर्व कलेक्टर के कार्यकाल में क्यों नही की गई।
इनका कहना है।
क्वारंटाइन सेंटरों पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों को दिए जाने बाले भोजन की शिकायतें मिल रहीं थी जिसके चलते अब यहां थ्री स्टार होटल से भोजन भेजे जाने की व्यवस्था की गई है, जो फेरबदल किया गया है वह प्रशासनिक दृष्टि से किया गया है, जिले में फैल रहे कोरोना को रोकने के लिए हर सम्भव प्रयास किया जाएगा।
अक्षय कुमार सिंह
कलेक्टर शिवपुरी
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