जिद्दी रिपोर्टर अपडेट..... •जिला निर्वाचन की हठधर्मिता से मास्साब सकते में शिवपुरी,कोरोना का हॉटस्पॉट बन चुके शिवपुरी जिले के हा...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.....
•जिला निर्वाचन की हठधर्मिता से मास्साब सकते में
शिवपुरी,कोरोना का हॉटस्पॉट बन चुके शिवपुरी जिले के हालात बद से बदतर हो गए। जिस जिले के कलेक्टर एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी कोरोना की चपेट में हो उसके बाद भी जिला प्रशासन का निर्वाचन कार्यालय के तहत ट्रेनिंग का कार्य देख रहे अधिकारी अभी भी ऐसे निर्णय ले रहे हैं कि कोरोना का महा विस्फोट शिक्षकों के माध्यम से होने वाला है मास्टर ट्रेनर के नाम पर पांचो विधानसभा से लगभग 150 शिक्षकों एवं प्रोफेसरों को मास्टर ट्रेनर बनाया गया है बार-बार ट्रेनिंग के नाम पर जिन्हें शिवपुरी में बुलाया जा रहा है अभी 10 दिन पहले ही इनको बुलाया था इसके बाद आज दिनांक 25 सितंबर को भी मास्टर ट्रेनर जिले भर से शिवपुरी आने वाले हैं,चूंकि प्रशासन ने अपने सारे विभागो को बचाकर रखा है सिर्फ़ इसमें शिक्षा विभाग जो निरीह विभाग है उन्हें चाहे नाको पर लगा दो या कोई भी काम में लगा दो करना ही है। चुकी शासन शिक्षकों के प्रति असंवेदनशील है इसलिए अभी उपचुनाव नहीं हुआ परंतु बार-बार मास्टर ट्रेनरो को शिवपुरी बुलाया जा रहा है अभी कुछ दिनों पहले ही बुलाया था उनमें से कुछ तो स्वयं और कुछ के परिवार कोरोना की चपेट में आ गए हैं चूकि इन मास्टर ट्रेनरो को नरवर बदरवास छर्च बामोरकला खनियाधाना पिछोर जैसे दूर से आना भी है आने का कोई साधन ना होने के कारण एक फोर व्हीलर से ही 10 मास्टर ट्रेनर शिवपुरी आते हैं जो स्वयं संक्रमित का शिकार होकर अन्य में भी फैलाने की आशंका रखते है। इन पर अनुशासनहीनता की तलवार लटक रही है इसलिए यह शिक्षक सिर झुका कर शासन के शोषण का शिकार हो रहे हैं। शासन को सोचना चाहिए कि-
-क्या शासन इन शिक्षकों के लिए हर विधानसभा वार वाहन उपलब्ध नहीं करवा सकता।
-क्या इन शिक्षकों को शिवपुरी ने बुलाकर शिवपुरी के बाद शेष बची विधानसभा में जिले के मास्टर ट्रेनर को भेजकर प्रशिक्षण नहीं दिलवाया जा सकता
-जहां सारी ट्रेनिंग प्रशिक्षण ऑनलाइन चल रहे फिर जिन्हे मास्टर ट्रेनर कहते हो उनको भी प्रशिक्षण ऑनलाइन नहीं दिया जा सकता
,-विधानसभा बार देने में जिला प्रशासन को क्या परेशानी है जबकि इन ट्रेनरो को टी.ए.डी.ए नहीं दिया जाता
- जिन मास्टर ट्रेनरो के परिवार कोरोना पॉजिटिव या अन्य बीमारियों से आ रहे हैं क्या उनकी जिम्मेदारी कौन ले रहा है।
यहां आपको यह बताते चले कि अन्य विभागों के अधिकारी या जो प्रशासन में अपनी दबंग छवि रखते हैं ऐसे को मास्टर ट्रेनर नहीं बनाया है। मास्टर ट्रेनरो ने कहा कि इससे पूर्व शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षा की कॉपी का मूल्यांकन घरों पर करवाया था चुकी अब हमारा विभाग नहीं है इसलिए हमें कोरोना की चपेट में आने के लिए शिवपुरी में सब को बुला कर जमावड़ा किया जा रहा है।
इनका कहना है-
-मैं इस सम्बन्ध में जानकारी देने के लिए अधिकृत नहीं हूं और मेरे पास अंकुर गुप्ता जी का नंबर नहीं है आप ए.पी. गुप्ता जी से बात करिए।
अनिल कपूर (निर्वाचन कार्यालय)
-मैं इस समय बात नहीं कर सकता मैं अभी मीटिंग में हूं मै आपसे मीटिंग के बाद बात करूंगा।
ए.पी. गुप्ता (जिला मास्टर ट्रेनर)
COMMENTS