जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.... •लाखों रुपये तनख्वाह लेने के बाद भी शिक्षा छोड़ घोटालों को जन्म देने में अब्बल •रिश्तेदार और परिवार के...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट....
•लाखों रुपये तनख्वाह लेने के बाद भी शिक्षा छोड़ घोटालों को जन्म देने में अब्बल
•रिश्तेदार और परिवार के लोगो को रखा नियम विरुद्ध पिछोर, खनियाधाना में संकुलों द्वारा बर्तमान और पिछले सत्र में अतिथियों के पद पर
•योग्यता छोड़ राजनेतिक हस्तछेप से की गई नियुक्तियां
•कई शिक्षक चला रहे है नॉकरी के साथ मध्यान भोजन समूह
संजीब पुरोहित,सम्पादक
शिवपुरी।मध्यप्रदेश सरकार शिक्षा प्रणाली को सुधारने हेतु भले ही लकहो जतन कर ले हजारों करोड़ रुपये खर्च कर ले कि बच्चों को उचित शिक्षा का लाभ मिल सके इसके लिए नित नबीन नबीन बदलाव कर योजनाएं संचालित की जा रही है कि कैसे भी हो सरकारी स्कूलों से बच्चों का मोहभंग न हो पाए क्योंकि आजकल प्रायबेट स्कूलों की तरफ सबसे ज्यादा आमजन के आकर्षण बढ़ता जा रहा है इसके बाबजूद भी शिक्षा बिभाग में सुधार होने का सिलसिला शुरू नही हो या रहा है क्योंकि शिक्षा बिभाग की योजनाओं को खुद शिक्षा बिभाग के अधिकारी कर्मचारी ही जमकर पलीता लगाने में कोई कसर नही छोड़ रहे है।
पिछोर, खनियाधाना के संकुलों से हुई नियम विरुद्ध बर्तमान अतिथितियों की नियुक्तिया
अगर बात करे जिले के पिछोर खनियाधाना शिक्षा बिभाग के संकुलों की तो इन समस्त संकुलों पर नबीन बर्तमान सत्र में जो अतिथी विद्वानों की नियुक्तियां की गई है वह शक के दायरे में आ गयी है क्योंकि इन नियुक्तियों में अधिकांशतः अपने परिवार के लोगो और रिस्तेदारो को स्कूलों में रखा गया है जबकि निययमानुसार कोई भी शिक्षक अपने रिश्तेदार और परिवार के लोगो को अतिथि के पद पर नही रख सकता लेकिन लक्ष्मी माता की विशेष कृपा के चलते सारे नियमो को धरा बताकर नियुक्तियां कर डाली और आज वह सारी नियुक्तियां और लगाए गए दस्ताबेज जांच के घेरे में आकर खड़े हो गए है।
राजनीतिक हस्तछेप से एबम लक्ष्मी माता की कृपा से कुछ सी,ए, सी ने भी अपने परिवार के लोगो की कराई नियुक्तियां
जानकारों की माने तो पिछोर,खनियाधाना छेत्र अंतर्गत शिक्षा बिभाग में जो बर्तमान में अतिथियों की गयी है उसमें बिभाग के कुछ सी ए सी ने आने रिस्तेदारो और परिवार के लोगो की तक करा डाली नियुक्तियां और कुछ राजनीतिक हस्तछेप ने घेर डाले पद।
पिछोर, खनियाधाना के समस्त संकुलों से की गई नियमविरुद्ध रिस्तेदारो और परिवार के लोगो की नियुक्तियां
अगर बात करे नियम विरुद्ध नियुक्तियों की तो निययमानुसार संकुलों की समस्त जिम्मेदारी होती है कि स्कूलों में जिन जिन पदों पर जिस जिस की अथिति हेतु प्रोसिडिंग लिखी गयी है उसे पूरी तरह से बेरिफाई कर ऑनलाइन किया जाए और देखा जाए कि जो दस्ताबेज लगाए गए है वो पूर्ण है या अपूर्ण और निययमनुसार है कि नियम विरुद्ध लेकिन जानकारों की माने तो जैसा कि आमजन में चर्चा का बिषय बना हुआ है कि लक्ष्मी माता की विशेष करीला से सारे नियमो को स्थिल करते हुए कर दी गयी नियम विरुद्ध नियुक्तियां अगर जांच हुई तो नपेंगे कई और एक बड़ा घोटाला निकालकर सामने आएगा।
शिक्षा बिभाग पिछोर, खनियाधाना में अभी कनटन्जेन्सी राशि के घोटाले की आग ठंडी भी नही हुई जो बी आर सी सी कार्यालयों से की गई और संकुलों से एक और अतिथी शिक्षक नियुक्ति का घोटाला कर डाला ऐसा आमजन में भारी चर्चा का बिषय बना हुआ है आखिर शिक्षा बिभाग में जो घोटालों का क्रम चल रहा है उसे देखकर यही लगता है कि शिक्षा बिभाग आजकल घोटालों का अड्डा बनकर रह गया है जहां कार्यवाही न कर सिर्फ घोटालों को संरक्षण प्रदान किया जाता है*
संजीब पुरोहित,सम्पादक
क्रमशः------
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