जिद्दी रिपोर्टर अपडेट.... शासन के नियमो की धज्जियां उड़ाकर योग्यता को खूंटी पर टांग अपने परिवार के और सफेदपोशो के चहेतों रिस्तेदारो को अतिथिय...
जिद्दी रिपोर्टर अपडेट....
शासन के नियमो की धज्जियां उड़ाकर योग्यता को खूंटी पर टांग अपने परिवार के और सफेदपोशो के चहेतों रिस्तेदारो को अतिथियो के पदों पर नबाजकर बच्चों का किया भविष्य बर्बाद
(संजीब पुरोहित,सम्पादक)
अतिथि शिक्षक घोटाले में संकुलों पर ऑनलाईन कराने के एब्ज में प्रति फाइल 5000 के लगभग रिश्बत लेने की आती दुर्गंध
खनियाधाना छेत्र में जानकारों के अनुसार कुछ दिन पूर्व एक शिक्षा बिभाग ग्वालियर के बरिष्ठ अधिकारी द्वारा भृमण के दौरान समस्त संकुलों से नियम विरुद्ध अतिथि भर्ती मामले को दबाने के लिए अपना ईमान 10000 तक मे बेच कर चले जाने की चर्चा छेत्र में जोरो पर--
शिक्षा के मंदिर के पुजारी शिक्षा प्रदान करना छोड़ कमीशनखोरी में मस्त------
संजीब पुरोहित,सम्पादक
शिवपुरी मध्यप्रदेश में शिक्षा बिभाग आजकल शिक्षा बिभाग के अधिकारी कर्मचारियो और सफेदपोशो के लिये दुधारू गाय साबित हो रहा है सरकार लाखों रुपये तनख्वाह दे रही है कि बच्चों का शेक्षिक बिकास हो सके लेकिन यहां शिक्षा के मंदिर के पुजारी लाखों रुपये अबैध नीतियां अपनाकर डकारने में लगे हुए है जो जिम्मेदार इन पर लगाम कसने के लिए सफेदपोशो के रूप में सरकार ने तैनात करके रखे है वो भी इन डकैतों के साथ सरकार का पैसा डकारने में लगे हुए है अब ऐसे में शिक्षक बच्चों के विकास को छोड़ निज बिकास को सिद्ध करने में लगे हुए है।
अतिथी शिक्षक भर्ती में पिछले सत्र के लोगो की फाइलें भी अभी ऑनलाइन करके डाली जा रही अबैध तरीके से बेतन राशि की चर्चाओं का बाजार गर्म है
आपको बता दे कि पिछोर खनियाधाना छेत्र अंतर्गत शिक्षा बिभाग के संकुलों में पैसे के लेनदेन के पश्चयात पूर्व सत्र की राशि भी फाइलें ऑनलाइन कर डाली जा रही है कम से कम 70 प्रतिशत अतिथियो को शिक्षकों ने अपने रिस्तेदारो और परिबार के लोगो को लगाकर जगह भर ली गयी है कुल मिलाकर अतिथियों की भर्ती प्रक्रिया अब बेहद बड़े भरस्टाचार की शिकार हो चुकी है और एक बड़े घोटाले को जन्म दे चुकी है लेकिन जांच होना मुश्किल नजर आता है क्योंकि जो जांच करने वाले अधिकारी कर्मचारी है वो खुद इस प्रक्रिया में हिस्सेदार है और कही न कही उन लोगो के परिबारजन या रिस्तेदारो को भी इन अतिथियो के पदों पर नियुक्तियां दे कर रखी है।
ग्वालियर से एक बरिष्ठ स्तर के अधिकारी द्वारा समस्त संकुलों से 10000 रुपय तक कि बसूली कर ले जाने की चर्चा बड़ी जबर्दस्त छेत्र में हो रही है
सूत्रों की माने तो अभी कुछ दिन पूर्व पिछोर,खनियाधाना छेत्र अंतर्गत ग्वालियर के एक बरिष्ठ अधिकारी ने संकुलों का दौरा किया और उसमें उसे अतिथि शिक्षक घोटाले की दुर्गंध आई तो उस दुर्गंध को दबाने के एब्ज में लगभग 10000 रुपय तक की प्रति संकुल से बसूली करके दी गयी जिससे कि ये मामला यही दबा दिया जाए अधिकारी तो दबा कर चला गया लेकिन जनता ने इसे उजागर कर दिया कुलमिलाकर अगर जानकारों के अनुसार कहा जाए तो प्रत्येक अतिथि की फाइल ऑनलाईन करने हेतु 5000 रुपय तक कि राशि ली गयी है ऐसी चर्चाओं से छेत्र चिल्लायमान है।
पिछोर, खनियाधाना अंतर्गत आने वाले समस्त संकुलों पर कम से कम 70 प्रतिशत अतिथि शिक्षकों की भर्ती बिबादग्रस्त और अनैतिक भ्रस्टाचार की शिकार है अगर जांच में निकाली अतिथियो की लिस्ट तो खुल जाएगी शिक्षकों के रिश्तेदार और परिबारजन कि पोल
अगर बात करे पिछोर, खनियाधाना छेत्र के शिक्षा बिभाग की तो अभी बर्तमान सत्र और पिछले सत्र में जो अतिथियो की नियुक्ति की गई है वो भारी अनैतिक रूप से भ्रस्टाचार की शिकार हो चुकी है क्योंकि लगभग 70 प्रतिशत भर्तियां शिक्षकों ने अपने परिवार के लोग बीबी,बच्चे,सगे सम्बन्धियो की कर डाली जो कि नियम विरुद्ध है अगर जांच हुई तो उसमें निकालकर अपने आप हकीकत सामने आ जायेगी की यथा स्थिति क्या है एक सबसे बड़े भ्रस्टाचार को शिक्षकों द्वारा जन्म दे डाला और सभी को हिस्सेदार बनाकर जांच अधिकारियों का भी मुह बन्द का डाला।
सूत्रों की माने तो पिछोर छेत्र अन्तर्गत एक शिक्षक ने अपनी 3 बेटियों को ही अतिथियो के पद पर भर्ती कर पद भर दिये गए और बेटियां ससुराल में रह रही है लो अब कर लो जांच*
पिछोर,खनियाधाना अंतर्गत कई शिक्षक सरकार से लाखों रुपय तनख्वाह लेकर शैक्षिणिक कार्य छोड़कर आंगनबाड़ी/स्कूलों में मध्यान्ह भोजन समूह चलाने में मस्त है
अगर देखा जाए तो पिछोर, खनियाधाना छेत्र अंतर्गत कई शिक्षक के बर्षो से सरकार से तनख्वाह लेकर आंगनबाड़ियों,स्कूलों में बटने वाले मध्यान्ह भोजन के समूहों को संचालित कर रहे है और लकहो रुपय शिक्षक होते हुए अबैध तरीके से कमा रहे है ऐसा नही है कि इसकी जानकारी बीओ,बी आर सी सी और जिले के अधिकारियों को पता नही है सब पता है पर हमाम में सब नंगे है।
अपने राम का तो यही कहना है कि अगर बच्चों के हिस्सों का निबाला खाओगे तो सात पुश्ते भी अंधी गूंगी बहरी लंगड़ी होंगी ईसलिये प्रशासन से निबेदन और अनुरोध है कि इस पिछोर, खनियाधाना शिक्षा बिभाग के समस्त संकुलों अंतर्गत अतिथियों की भर्ती में हुए घपले और भारी भ्रस्टाचार की समय रहते लिस्ट निकालकर स्कूलबार चेक कर कारवाही कर लीजिए नही तो ये मामला भोपाल से गूंजेगा और फिर न जाने कितनों के गले पर तलबार लटकेगी इसलिए समय रहते जो योग्य उम्मीदबारो के हक को मारकर अबैध रूप से संकुलों से अपने परिबारिक चहेतों को नियुक्ति दी गयी है उन्हें निकालकर जिन्होंने लगाए उन पर शासन में बर्नित प्राबधान अनुसार कारवाही करे या फिर खुद हिस्सेदार बनकर आने वाली बिधानसभा में चलते हुए इस मामले की तस्बीर को खुली आँखों से देखे।
संजीब पुरोहित,सम्पादक✒️
क्रमशः.......... भाग-3
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